मेक्सिको में प्राचीन काल में बने पिरामिड के साथ हुई घटना के बाद धरती पर बड़ी आपदा के आने की भविष्यवाणी की जा रही है, जिसे लेकर लोगों में डर पसरा हुआ है. कहा जा रहा है कि, पिरामिड को बनाने वाली प्राचीन जनजाति के लोग इसका इस्तेमाल मानवबलि के लिए किया करते थे. जैसा कि सभी जानते हैं कि, हाल ही में इसी पिरामिड का एक हिस्सा ढह गया, जो इन दिनों चिंता का विषय बना हुआ है.
ढह गया था पिरामिड का एक हिस्सा
पिरामिड का एक हिस्सा ढह जाने के बाद से इसे बनाने वाली जनजाति के वंशजों का कहना है कि, यह धरती पर तबाही का संकेत हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 30 जुलाई को हुई भारी बारिश के बाद पिरामिड का एक हिस्सा ढह गया है, जिसका निर्माण आधुनिक पुरेपेचा लोगों के पूर्वजों द्वारा किया गया था.
क्यों तबाह हुआ पिरामिड ?
एक रिपोर्ट के अनुसार, इसे बनाने वाले मूल जनजाति के वंशजों को डर है कि एक बड़ी प्राकृतिक आपदा आने वाली है, क्योंकि विनाशकारी तूफान ने दो जुड़वां पिरामिडों में से एक को तबाह कर दिया था. बताया जा रहा है कि, ये एक खूंखार लड़ाकू जनजाति थी, जिन्होंने एजटेक लोगों को हराया था. जानकारी के लिए बता दें कि, मिचोआकेन राज्य के इहुआत्जियो के पुरातात्विक स्थल में ये पिरामिड पाए जाते हैं, जो इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं.
पिरामिड का ढहना क्या देता है संकेत ?
इस मामले में पुरेपेचा जनजाति से संबंध रखने वाले अल्वारेज का कहना है कि, पिरामिड का ढहना दुनिया पर तबाही आने का एक संकेत है. उनका कहना है कि, हमारे पूर्वज जिन्होंने इसका निर्माण किया था उनके लिए ये एक बेहद बुरा शगुन है. उनकी मानें तो पिरामिड के इस तरह ढहने को किसी श्राप से कम नहीं समझा जाता. ये किसी आपदा के आने का संकेत है. बीते बुधवार को मेक्सिको के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री ने बयान जारी कर पिरामिड के बारे में जानकारी दी और बताया कि पिरामिड के आधारों में से एक के दक्षिणी छोर का मध्य भाग ढह गया है.