बॉलीवुड में जब भी कॉमेडी टाइमिंग और एक्सप्रशन की बात होगी तो जो सबसे पहला नाम जेहन में आता है वो हैं राजपाल यादव. अगर उन्हें बॉलीवुड में कॉमेडी का बादशाह कहें तो भी कुछ गलत नहीं होगा. रोल छोटा हो या बड़ा हो राजपाल यादव अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हो ही जाते हैं. अपनी प्रेजेंस से ही वो फिल्म में चार चांद लगा देते हैं. लेकिन ये बहुत कम लोग जानते हैं कि लोगों को अपने सिंपल से एक्सप्रेशन से ही हंसने पर मजबूर कर देने वाले राजपाल यादव का बचपन तंगहाली में गुजरा है. हालात ये थे कि चंद पैसों की खातिर वो लॉटरी भी खरीदने लगे थे.
लॉटरी खरीदने पर पड़ी डांट
राजपाल यादव बचपन में अपने भाई के साथ स्कूल जाया करते थे. एक दिन रास्ते में उन्हें लॉटरी वाला दिखा. राजपाल यादव के पास तब फूटी कौड़ी भी नहीं थी. बडे भाई से एक रुपया लेकर उन्होंने लॉटरी खरीद ली. अगले दिन उनके नाम पर 65 रु. का इनाम भी खुल गया. राजपाल यादव ने दस रु. की लॉटरी और खरीदी. खुद पांच रु. रखे और बड़े भाई को पचास रु. दिए. लेकिन पचास रु. लेकर खुश होने की जगह बड़े भाई ने फिर से लॉटरी खरीदने पर राजपाल यादव को खूब फटकार लगाई. उसके बाद उन्होंने कभी लॉटरी नहीं खरीदी और इस बुरी लत से बच सके.
सेट पर पड़े तमाचे
राजपाल यादव के साथ ऐसा वाकया भी हुआ जब सेट पर उन्हें सचमुच लोग मारने लगे थे. ये किस्सा है फिल्म चुप चुप के से जुड़ा हुआ. इस फिल्म में राजपाल यादव भांड्या नाम के शख्स का रोल कर रहे थे. इस कॉमिक रोल में उन्होंने अपनी मौजूदगी से जान डाल दी थी. लेकिन मार भी खानी पड़ी थी. हुआ यूं कि फिल्म के एक सीन में राजपाल यादव एक महिला को छेड़ते हैं. जो मदद के लिए लोगों को बुलाती है. उसकी मदद के लिए पहुंचने वाले कुछ आर्टिस्ट सच में राजपाल यादव को मारने लगते हैं. मामला ज्यादा बिगड़ने से पहले ही राजपाल यादव ने ये बात डायरेक्टर प्रियदर्शन को बता दी. उन्होंने तुरंत जाकर सारे जूनियर आर्टिस्ट को समझाया कि सच में नहीं मारना है सिर्फ मारने की एक्टिंग करना है. उसके बाद वो सीन आराम से शूट हुआ.
गौरतलब है कि कई बॉलीवुड फिल्मों में नजर आ चुके राजपाल यादव दूरदर्शन के शो मुंगेरीलाल के हसीन सपने के सीक्वल मुंगेरी के भाई नौरंगीलाल में नजर आए थे.