दो दिवसीय दौरे पर एमपी पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज 19 सितंबर बुधवार की सुबह महाकाल की शरण में पहुंचीं. राष्ट्रपति के आगमन पर झांझ और डमरू बजाकर उनका स्वागत किया गया.राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू उज्जैन आने वाली देश की 10वीं राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, प्रणब मुखर्जी, प्रतिभा पाटिल, केआर नारायणन, शंकरदयाल शर्मा, आर वेंकटरमन, ज्ञानी जेल सिंह, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डा. राजेन्द्र प्रसाद भी उज्जैन आ चुके हैं और देश के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का आशीर्वाद ले चुके हैं.
महाकाल मंदिर पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के गर्भगृह में दर्शन किए, पूजन किया और महाकाल का आशीर्वाद लिया. स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंदिर परिसर में झाड़ू लगाकर सफाई भी की। इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उनके साथ महाकाल मंदिर में झाड़ू लगाकर सफाई करते नजर आए.
महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने उज्जैन नगर निगम के सफाई मित्रो को शहर की सफाई करने के लिए सफाई मित्रो का किया सम्मान, महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने स्वयं के हाथों से दिया स्वच्छता कर्मियों को सम्मान .सफाई मित्रों में श्रीमती रश्मि टाकले, श्रीमती किरण खोड़े, भैरू नाला, श्रीमती शोभा बाई,अनीता बाई और गोपाल खरे महामहिम के हाथों सम्मान प्राप्त कर हुए गदगद.
महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने उज्जैन में हो रहे विकास की प्रशंसा की जिसमें उन्होंने उज्जैन उधोगपुरी का विशेष उल्लेख किया. महामहिम ने सफाई मित्रो के योगदान पर प्रसन्नता जताई, उज्जैन इंदौर सिक्स लेंन को बताया मिल का पत्थर, महाकाल बाबा पर चढ़े पुष्पों के निर्माल्य से निर्मित होने वाली सामग्री के प्रकल्प को भी महामहिम ने रेखांकित किया. महाकाल मंदिर में चढ़ने वाले फूलों की रिसाइक्लिंग कर तैयार की जाने वाली अगरबत्ती, धूप बत्ती और अन्य पूजन सामग्री बनाने वाली ईकोनिर्मित कंपनी से मेकिंग प्रोसेस जाना। इस दौरान कंपनी ने राष्ट्रपति को इस सामग्री का एक पैकेट उपहार में दिया.