सदगुरु लोगों को उनकी हेल्थ के प्रति आए दिन अवेयर करते रहते हैं. सदगुरु लोगों को अच्छा खाने की सलाह देते हैं. सदगुरु आज के भोजन को लोगों के सेहत के लिए हानिकारक मानते हैं और वह भोजन की पुरानी पद्धति को फॉलो करते हैं. हेल्थ से जुडे़ सदगुरु के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. सदगुरु लोगों को उनकी हेल्थ के अनुसार खाने के चयन की सलाह देते हैं. सदगुरु का मानना है कि दिन की शुरुआत हेल्दी और प्रोटीन युक्त डाइट से होनी चाहिए. सदगुरु मानते हैं कि अंकुरित कुल्थी दाल और अंकुरित मूंगफली खाने से हेल्थ स्ट्रॉन्ग होती है. सदगुरु ने इन दोनों चीजों को प्रोटीन का सबसे बड़ा स्रोत बताया है.
कुल्थी की दाल से होने वाले फायदे
सदगुरु के अनुसार, कुल्थी की दाल प्रोटीन का मुख्य सॉर्स है. यह दाल घोड़े को खिलाई जाती है, इसलिए इसे हॉर्स ग्रैम कहा जाता है, लेकिन अगर इंसान इसे खाए तो हार्ट डिजीज, डायबिटीज, अस्थमा, किडनी स्टोन, मोटापा और सर्दी समेत कई बीमारियों से बचा सकता जा है. कुल्थी की दाल में प्रोटीन के साथ-साथ खूब कैल्शियम भी होता है. इस दाल में कई एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं.
कुल्थी की दाल को कैसे खाना है ?
सदगुरु ने कुल्थी की दाल को खाने का तरीका भी बताया है. एक कटोरी पानी में कुल्थी की दाल 6 से 8 घंटे के लिए भिगोकर छोड़ दें. फिर इसे एक सफेद कपड़े में बांधकर दो दिन के लिए छोड़ दें. इसमें आधी जडे़ आने लगेंगी, तब इसको खाना शुरू करें. कुल्थी की दाल शरीर में नई जान फूंक देगी.
अंकुरित मूंगफली के फायदे
सदगुरु का मानना है कि उन्होंने खुद कई सालों तक केले के साथ अंकुरित मूंगफली का सेवन किया है. इसे भी 6 से 8 घंटे तक भिगोकर रखें और फिर इसे खाना शुरू करें. अंकुरित मूंगफली खाने से शरीर का पित्त बाहर आता है. सदगुरु ने यह भी कहा कि मूंगफली पूरी तरह से ऑर्गेनिक होनी चाहिए. उनका कहना है कि मार्किट में अब शुद्ध चीजें नहीं आ रही हैं.