आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदेश के राज्यपाल ने कोतवाली चौक का निरीक्षण किया. इस दौरान आनंदीबेन पटेल ने थाने में संचालित महिला हेल्प डेस्क तथा वहां प्राप्त प्रार्थना पत्रों की जांच की और उनके निस्तारण की प्रगति के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने स्वच्छता, सुगमता और नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता की स्थिति भी देखीराज्यपाल ने कोतवाली परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों से बातचीत की और उनकी कार्यशैली के बारे में जानकारी ली. लखनऊ की कोतवाली चौक एक पुलिस स्टेशन है, जिसकी स्थापना वर्ष 1905 में की गई थी। यह थाना पहले नवाब वाजिद अली शाह का हुआ करता था. उस समय नवाब की सवारी आने पर लोगों को दूर से ही सूचना देने के लिए एक मचान बनाया गया था.

कालांतर में यह इमारत थाने में परिवर्तित हो गई.थाने की इमारत को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि वह एक किले जैसी संरचना प्रतीत होती है. जो न केवल प्रशासनिक दृष्टि से बल्कि स्थापत्य और ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह थाना लखनऊ के पुराने चौक क्षेत्र का हिस्सा है. जो आज भी अपने जीवंत बाजार, सांस्कृतिक पहचान और विरासत के कारण पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों थाने की इमारत को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि एक किले जैसी संरचना प्रतीत होती है, जो न केवल प्रशासनिक दृष्टि से बल्कि स्थापत्य और दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. यह थाना लखनऊ के पुराने चौक क्षेत्र का हिस्सा है, जो आज भी अपने जीवंत बाजार, सांस्कृतिक पहचान और विरासत के कारण पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.