अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वार अपने चरम पर है. इस टैरिफ वार में यूरोपियन यूनियन भी जवाबी कदम उठाने की तैयारी में है. इस तरह की अनिश्चितता में निवेशक एक बार फिर सेफ हेवन इन्वेस्टमेंट यानी गोल्ड की तरफ रुख कर रहे हैं. यही वजह है कि दुनियाभर में गोल्ड की डिमांड बढ़ी है. जिसके चलते सोने की कीमतों में एक बार फिर जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर जून वायदा सोना 650 रुपये की उछाल के साथ 87,500 रुपये के पार चला गया. बीते दो दिनों में जहां सोने के भाव में 3,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई थी, वहीं आज के इस बाउंस बैक ने निवेशकों को राहत दी है. आज सुबह यानि मंदलवार 9:10 बजे तक MCX पर जून वायदा सोना 0.70% चढ़कर ₹87,533/10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था. यानी सोना फिर से रिकॉर्ड लेवल के करीब पहुंच गया है.

क्यों बढ़ रहे हैं सोने के दाम?
इस तेजी के पीछे सबसे बड़ी वजह ग्लोबल ट्रेड वॉर की चिंता है. अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. साथ ही, यूरोपियन यूनियन भी जवाबी कदम उठाने की तैयारी में है. इस तरह की अनिश्चितता में निवेशक एक बार फिर सेफ हेवन इन्वेस्टमेंट यानी गोल्ड की तरफ लौट रहे हैं. यही वजह है कि दुनियाभर में गोल्ड की डिमांड बढ़ी है.

ग्लोबल मार्केट का भारत पर भी असर
इंटरनेशनल मार्केट में सोमवार को सोने की कीमत 4 हफ्ते के लो पर पहुंच गई थी, लेकिन मंगलवार को इसमें 0.5% की बढ़त देखी गई और यह $2,996.6 प्रति आउंस पर पहुंच गया. वहीं, अमेरिका में गोल्ड फ्यूचर्स 1.3% बढ़कर $3,010.70 हो गया. 3 अप्रैल को गोल्ड ने अब तक का सबसे हाई लेवल $3,167.57 भी छुआ था. भारत में भी इसका असर साफ दिखा, जहां 24 कैरेट गोल्ड की कीमत ₹87,600 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है.

केडिया एडवायजरी के मुताबिक, MCX पर गोल्ड को 87,500-88,000 रुपये का रेजिस्टेंस मिल सकता है, यानी अगर ये लेवल पार करता है तो इसमें और तेजी देखने को मिल सकती है. वहीं, नीचे की तरफ इसका सपोर्ट 86,440 और 86,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है. वहीं, कॉमेक्स गोल्ड में सपोर्ट $2,940-2,922 और रेजिस्टेंस $3,000-3,034 के बीच माना जा रहा है.

क्या ये खरीदने का सही समय है?
अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो ये तेजी अभी और जारी रह सकती है. हालांकि, शॉर्ट टर्म में कीमतों में थोड़ी उठापटक भी हो सकती है. अगर आप अभी सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो एक्सपर्ट्स की राय है कि थोड़ा इंतजार करें. सोना एक सेफ इन्वेस्टमेंट है, लेकिन सही समय पर एंट्री करना भी जरूरी है.
