रात में सोने से पहले एक गिलास दूध पीना या सवेन करना भारतीय घरों में एक आम परंपरा रही है, जो अक्सर अच्छी नींद और ऑलओवर हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए माना जाता है. चाहे सर्द रातों में गर्म दूध हो या गर्मियों में ठंडा गिलास, सोने से पहले दूध पीने की आदत हमारी रूटीन में बचपन से शामिल है. दूध पीने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन सोने से पहले दूध पीना सेहत के लिए नुकसान भी कर सकता है. जी हां, बहुत से लोगों के लिए इसके संभावित दुष्प्रभाव भी हैं. सोने से पहले दूध पीने के प्रभावों के बारे में जानते है.
- नींद होगा नदारद
कुछ लोगों का मानना है कि सोने से पहले दूध पीने से बेहतर नींद आती है, वहीं कुछ लोगों को इसके विपरीत प्रभाव का अनुभव हो सकता है. दूध लैक्टोज से भरपूर होता है, एक नेचुरल शुगर जो लैक्टोज इंटोलरेंस लोगों में परेशानी पैदा कर सकती है. पाचन संबंधी असुविधाएं, जैसे सूजन, गैस, यहां तक कि दस्त, स्लीप पैटर्न रिस्ट्रिक्ट हो सकता है और रात को आरामदायक नींद लेना मुश्किल हो सकता है.
2. एसिड रिफ्लक्स
सोने से पहले दूध पीने से एसिड रिफ्लक्स और सीने में जलन हो सकती है, खासकर सेंसिटिव डायजेशन वाले व्यक्तियों में. दूध में फैट और प्रोटीन होते हैं जो पेट में एसिड को बढ़ा सकते हैं, जिससे असुविधा और सीने में जलन हो सकती है. इससे नींद में खलल पड़ सकता है.
3. वजन बढ़ना
दूध कैलोरी से भरी होती है खासकर अगर सोने से पहले बड़ी मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो ये वजन बढ़ने का कारण बन सकता है.सोने से पहले नियमित रूप से एक्स्ट्रा कैलोरी का सेवन समय के साथ वजन बढ़ाने में योगदान दे सकता है.
4. एलर्जी
सोने से पहले दूध का सेवन एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकता है. पित्ती और खुजली जैसे हल्के लक्षणों से लेकर सांस लेने में कठिनाई और एनाफिलेक्सिस जैसी गंभीर प्रतिक्रियाएं शामिल हो सकती हैं. अगर आपको दूध से एलर्जी है, तो सोने से पहले दूध पीने से बचना चाहिए.
5. बलगम बढ़ाता है
कुछ लोगों को दूध का सेवन करने के बाद बलगम बन सकता है, जिससे नाक बंद हो सकती है या नाक बह सकती है. यह नींद के दौरान परेशान करने वाला हो सकता है.