स्वस्थ शरीर के लिए प्रोटीन एक जरूरी पोषक और जरूरी तत्व है जो पूरे शरीर में पाया जाता है,. जिसे अमीनो एसिड के रूप में भी कहा जाता है. ये मसल्स और हड्डियों को बनाने और मरम्मत में मदद करता है और हार्मोन और एंजाइम बनाता है. प्रोटीन एंटीबॉडी बनाने में भी मदद करता है जो इंफेक्शन से लड़ता है और सेल्स को हेल्दी रखने में मदद करता है. नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन की सिफारिश है कि एडल्ट्स को हर दिन अपने बॉडी वेट के हिसाब से हर किलोग्राम के लिए न्यूनतम 0.8 ग्राम प्रोटीन या शरीर के वजन के प्रत्येक 20 पाउंड के लिए 7 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन मिलना चाहिए. तो चलिए जानते है कि क्या आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन है कि नहीं या फिर आपको आज से ही प्रोटीन खाना शुरू करना चाहिए.
शरीर में कम प्रोटीन मिलने के संकेत
सूजन
अगर आपके शरीर को जरूरी मात्रा में प्रोटीन नहीं मिलता है तो आपके पेट, पैर और हाथों में सूजन आने लगता है. प्रोटीन जो आपके खून में प्रसारित होते हैं. आपके टिश्यू में लिक्विड को बनने से रोकने में मदद करता है.
मूड स्विंग
आपकी डाइट में प्रोटीन की कमी का मतलब है कि यह शरीर पर्याप्त न्यूरोट्रांसमीटर नहीं बना सकता है. इससे आपके ब्रेन के काम करने का तरीका बदल जाएगा और मूड में बदलाव आने लगता है. हमारी ब्रेन सेल्स के बीच सूचना प्रसारित करने के लिए न्यूरोट्रांसमीटर का उपयोग करता है. ये न्यूरोट्रांसमीटर अमीनो एसिड से बने होते हैं.
कमजोरी और थकान
जब आपको एक हफ्ते तक भी पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता है, तो यह उन मसल्स को प्रभावित कर सकता है जो मूवमेंट और पोजिशन के लिए जिम्मेदार हैं. प्रोटीन की कमी से मसल्स लॉस हो सकती है, आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और संतुलन बनाए रखना कठिन हो सकता है.
भूख
प्रोटीन की कमी से बहुत ज्यादा भूख लग सकती है. यह एक पोषक तत्व है जो तृप्ति को बढ़ावा देता है. जब आप अपनी डाइट में कम मात्रा में प्रोटीन का सेवन करते हैं, तो आपको भूख ज्यादा लग सकती है. प्रोटीन से भरपूर फूड्स खाने से पूरे दिन पेट भरा हुआ महसूस होता है.
बीमार रहना
आपके खून में अमीनो एसिड आपकी इम्यूनिटी को एंटीबॉडी बनाने में मदद करते हैं जो वायरस, बैक्टीरिया और टॉक्सिन्स से लड़ने के लिए व्हाइट ब्लड सेल्स को सक्रिय करते हैं. आपको हेल्दी रखने वाले अन्य पोषक तत्वों को पचाने और एब्जॉर्ब करने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है.