सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को देश में चुनावों के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानि ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर का इस्तेमाल करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है. कोर्ट ने कहा है कि जब वे नहीं जीते तो मतलब ईवीएम में छेड़छाड़ की गई है और जब चुनाव जीत गए तो उन्होंने कुछ नहीं कहा. हम इसे कैसे देख सकते हैं? इसके बाद कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि यह वो जगह नहीं है जहां आप इस सब पर बहस कर सकते हैं.
याचिकाकर्ता की ओर से दलील दी गई कि 18 राजनीतिक दलों का समर्थन उन्हें हासिल है. चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी जैसे नेता भी कह चुके है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है. जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा कि जब चंद्रबाबू नायडू और जगन मोहन रेड्डी जैसे नेता चुनाव हार जाते है तो वो कहते है कि EVM के साथ छेड़छाड़ हुई है,लेकिन जब वो ही इसके जरिये चुनाव जीत जाते है तो फिर कुछ नहीं बोलते, तब EVM में खामी नज़र नहीं आती.
नहीं चाहिए EVM :मल्लिकार्जुन खरगे
महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पार्टी महाराष्ट्र में केवल 16 सीटें ही हासिल कर पाई है. चुनाव के बाद समीक्षा हुई और अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बड़ा बयान सामने आया. खरगे ने कहा कि चुनाव बैलेट पेपर पर होने चाहिए और इसी मुद्दे के तहत वह भारत जोड़ो यात्रा की तरह देश भर में जाएंगे.