प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्ष्यदीप यात्रा के बाद मालदीव सरकार के मंत्रियों द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर भारत में कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. भारत की कई प्रमुख हस्तियों ने भारत के खिलाफ ‘नस्लवादी’ टिप्पणियों की आलोचना की है. साथ ही भारतीय नागरिकों से पर्यटन के लिए देश के विभिन्न समुद्री तटों वाले पर्यटन स्थलों का रूख करने को कहा है. वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, इरफ़ान पठान, सुरेश रैना ऐसे प्रमुख खिलाड़ी हैं, जिन्होंने मालदीव सरकार के मंत्रियों और सार्वजनिक हस्तियों द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भारत और पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणियों पर तीखा जवाब दिया. सहवाग ने ‘एक्स’ पर लिखा,”चाहे वह उडुपी के खूबसूरत समुद्र तट हों, पोंडी में पैराडाइज बीच, अंडमान में नील और हैवलॉक, और हमारे देश भर में कई अन्य खूबसूरत समुद्र तट हों, भारत में बहुत सारे अनएक्सप्लोरड जगहें हैं जिनमें कुछ बुनियादी ढांचे के समर्थन के साथ बहुत अधिक संभावनाएं हैं. भारत को सभी आपदाओं को अवसर में बदलने के बारे में जाना जाता है, और मालदीव के मंत्रियों द्वारा हमारे देश और हमारे प्रधान मंत्री पर यह कटाक्ष भारत के लिए एक महान अवसर है ताकि उन्हें पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने और हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा सके. कृपया अपने पसंदीदा अनएक्सप्लोरड जगहों का नाम बताएं.”
वहीं इरफान पठान ने लिखा,”जब मैं 15 साल का था तब से दुनिया भर की यात्रा कर रहा हूं, मैं जिस भी नए देश का दौरा करता हूं वह भारतीय होटलों और पर्यटन द्वारा दी जाने वाली असाधारण सेवा में मेरा विश्वास और मजबूत होता है. प्रत्येक देश की संस्कृति का सम्मान करते हुए, मेरी मातृभूमि के असाधारण आतिथ्य के बारे में नकारात्मक टिप्पणियाँ सुनना निराशाजनक है.
भारत के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने भारतीयों से मालदीव की नफरत के खिलाफ एकजुट होने और भारतीय द्वीपों को एक्सप्लोरड करने का आग्रह किया. रैना ने कहा कि मालदीव की ओर से इस तरह की आलोचना देखकर निराशा होती है, खासकर इसलिए क्योंकि भारत उनकी अर्थव्यवस्था, संकट प्रबंधन और कई अन्य क्षेत्रों में बहुत योगदान देता है. उन्होंने कहा कि अब भारतीय द्वीपों को एक्सप्लोर करने का समय है.
सुरेश रैना ने कहा,”मैंने मालदीव में प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों की टिप्पणियां देखीं, जिसमें भारतीयों के प्रति घृणास्पद और नस्लवादी टिप्पणियां व्यक्त की गई थीं. ऐसी नकारात्मकता देखना निराशाजनक है, खासकर यह देखते हुए कि भारत उनकी अर्थव्यवस्था, संकट प्रबंधन और कई अन्य पहलुओं में महत्वपूर्ण योगदान देता है. मालदीव का दौरा किया है कई बार और हमेशा गंतव्य की सुंदरता के लिए प्रशंसा व्यक्त करते हुए, मेरा मानना है कि हमारे आत्म-सम्मान को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है.” रैना ने आगे लिखा,”हाल की घटनाओं के मद्देनजर, आइए एकजुट हों और अपने जीवंत पर्यटन उद्योग का समर्थन करते हुए #एक्सप्लोरइंडियन आइलैंड्स को चुनें. यह जश्न मनाने और हमारे द्वारा पेश किए गए समृद्ध अनुभवों की सराहना करने का समय है.”
सुरेश रैना के अलावा पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी एक्स पर इस मामले में पोस्ट किया है. आकाश चोपड़ा ने लिखा,”इंडिया आउट’ घोषणापत्र का हिस्सा था. मालदीव ने इसके लिए मतदान किया. अब, यह हम भारतीयों पर निर्भर है कि हम समझदारी से चयन करें. मुझे पता है कि मेरा परिवार ऐसा करेगा. जय हिंद.”
इससे पहले, महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महाराष्ट्र के तटीय शहर सिंधुदुर्ग और इसकी खूबसूरत तटरेखाओं और प्राचीन द्वीपों की सराहना की थी.
बता दें, पीएम मोदी ने 2 जनवरी को केंद्र शासित प्रदेश लक्ष्द्वीप का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने स्नॉर्कलिंग में हाथ आजमाने के बाद एक ‘रोमांचक अनुभव’ सहित कई तस्वीरें साझा कीं. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की थी और उन्होंने लक्ष्यदीप दौरे की कई तस्वीरें साझा की थी. इसके साथ ही उन्होंने लिखा था कि उन लोगों के लिए जो उनमें साहसिकता को अपनाना चाहते हैं, लक्ष्यदीप होना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान मंगलवार को अगत्ती में 1,150 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी.
गौरतलब है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को चीन का करीबी माना जाता है और उन्होंने ‘इंडिया आउट’ की तर्ज पर चुनावी अभियान भी चलाया था. सत्ता में आने के बाद उन्होंने कई ऐसे कदम उठाए हैं जो भारत-मालदीव संबंधों के लिहाज से अपरंपरागत रहे हैं, जिसके बाद से भारत-मालदीव के संबंधों में खटास आई है.