थायराइड रोग के लक्षणों को प्रबंधित करने में आहार जरूरी भूमिका निभाता है. पौष्टिक और संतुलित आहार थायराइड की समस्या का इलाज करने में मदद नहीं कर सकता है, लेकिन सही दवा के साथ लेने पर यह लक्षणों को जरूर कम कर सकता है.आयोडीन, कैल्शियम और विटामिन डी जैसे कुछ आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर फूड इस बीमारी के इलाज में फायदेमंद साबित हो सकते हैं. दरअसल थायरॉइड एक छोटी तितली के आकार की ग्रंथि है जो गर्दन के निचले हिस्से के बीच में मौजूद होती है। भले ही यह एक छोटा सा अंग है, लेकिन हमारे शरीर में इसकी कई अहम भूमिका होती है. यह ग्रंथि थायराइड हार्मोन का उत्पादन करती है जो चयापचय को नियंत्रित करने में मदद करती है. लेकिन जब इसमें गड़बड़ी आ जाती है तो फिर थकान, बाल झड़ना, वजन बढ़ना, ठंड लगने जैसे कई लक्षण नजर आने लगते हैं.
आज हम आपको ऐसे 2 जूस की रेस्पी बताने जा रहे है जो थायराइड से राहत पहुंचाने में काम आते हैं.
जूस 1
इसको बनाने के लिए धनिया के पत्ते एक मुट्ठी, 1 अनार, 1 गाजर, 1 टीस्पून कद्दू के बीज, 1 टीस्पून सूरजमुखी के बीज200 मि.ली. पानी. अब आप बीजों के अलावा बाकी सभी चीजों को जार में डालकर पीस लीजिए. अब आप बीज को ऊपर से डालकर पीस लीजिए. आपको जूस पीने के लिए रेडी है.
जूस 2
1 गिलास साधारण पानी, 02 चम्मच धनिया के बीज, 8 से 10 करी पत्ता, एक मुट्ठी सूखे गुलाब की पंखुड़ियां चाहिए. थायराइड मरीजों के लिए हर्बल पानी बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी, धनिया के बीज, करी पत्ता और सूखी गुलाब की पंखुड़ियों को लें और इसे 5 से 7 मिनट तक के लिए अच्छी तरह से उबाल लीजिए. जब यह ठंडा हो जाए या हल्का गुनगुना हो तो उसे छानकर इसका सेवन करें.