विश्व कप के 39वें मैंच में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को रोमांचक मुकाबला में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 291 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 292 रनों का लक्ष्य दिया. अफगानिस्तान से मिले लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की पारी इस मैच में लड़खड़ गई और टीम ने 91 रनों के स्कोर पर 7 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन इसके बाद क्रीज पर आए ग्लेन मैक्सवेल ने ना सिर्फ करियर की बल्कि विश्व कप इतिहास की सबसे बेहतरीन पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला दी. ग्लेन मैक्सवेल ने इस मैच में दोहरा शतर जड़कर इतिहास रचा और ऑस्ट्रेलिया इस जीत के साथ ही सेमीफाइनल में पुहंच गई है.
ग्लेन मैक्सवेल विश्व कप में दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे और पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज हैं. हालांकि, मैक्सवेल ऐसे पहले बल्लेबाज हैं जो नंबर छह पर बल्लेबाजी के आए और उन्होंने दोहरा शतक लगाया हो, विश्व कप में. इससे पहले कोई ऐसा कारनामा नहीं कर पाया है. ग्लेन मैक्सवेल के अलावा मार्टिन गप्टिल और क्रिस गेल ने विश्व कप में दोहरा शतक लगाया है.
ग्लेन मैक्सवेल जब बल्लेबाजी को आए थे, जब ऑस्ट्रेलिया मुश्किल में थी. ऑस्ट्रेलिया के छह बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. लग रहा था कि अफगानिस्तान एक बार फिर विश्व कप में एक और बड़ा उलटफेर करेगी. लेकिन मैक्सवेल अफगानिस्तान की जीत की राह में किसी चट्टान की तरह खड़े हुए और 11 अफगानिस्तान के खिलाड़ियों पर भारी पड़े.
ग्लेन मैक्सवेल अपनी पारी के दौरान क्रैम्प्स से भी जूझते हुए दिखे. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आखिरी में टीम को जीत दिलाई. मैक्सवेल क्रैम्प्स के कितने परेशान थे कि इसका अंदाजा इसी के लगाया जा सकता है कि वो आखिरी में रन नहीं दौड़ रहे थे. इस दौरान एडम जम्पा बाउंड्री लाइन पर आए ताकि मैक्सवेल वापस लौट सके, लेकिन मैक्सवेल ने इससे इंकार कर दिया.
मैक्सवेल और पैट कमिंस के बीच आठवें विकेट के लिए 200 से अधिक रनों की साझेदारी हुई और इस दौरान कमिंस के बल्ले से सिर्फ 12 रन आए. बाकी के सभी रन मैक्सवेल ने बनाए. मैक्सवेल की यह पारी विश्व क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद रखी जाएगी.