23 वर्षीय भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी पृथ्वी शॉ , जो अपना पहला काउंटी सीज़न खेल रहा है ने बल्ले से मचाया धमाल. पृथ्वी शॉ ने इंग्लैंड के वन-डे कप टूर्नामेंट में नॉर्थम्पटनशायर के लिए 153 गेंदों में 244 रनों की पारी खेली. अपने दूसरे लिस्ट ए दोहरे शतक के दौरान 28 चौके और 11 छक्के लगाए. यह उनका नौवां लिस्ट ए शतक था और विजय हजारे ट्रॉफी सेमीफाइनल में कर्नाटक के खिलाफ उनकी 165 रन की पारी के बाद पहला शतक था, जब उन्होंने मुंबई को 2020-21 में खिताब दिलाया था. नॉर्थम्पटनशायर के लिए अपना तीसरा गेम खेलते हुए, शॉ ने 81 गेंदों पर टीम के लिए अपना पहला शतक पूरा किया.
इसके बाद उन्होंने केवल 129 गेंदों में 24 चौकों और आठ छक्कों की मदद से 200 रन का आंकड़ा पार किया और नॉर्थम्पटनशायर को बल्लेबाजी करने के बाद 415/8 पर पहुंचा दिया. मुंबई के बल्लेबाज ने फरवरी 2021 में विजय हजारे ट्रॉफी में पुडुचेरी के खिलाफ नाबाद 227 रन की पारी खेलकर अपना पहला लिस्ट ए दोहरा शतक बनाया था. अपने करियर की शानदार शुरुआत के बाद, शॉ अब भारत के पेकिंग ऑर्डर में नीचे खिसक गए हैं. शॉ, जिन्होंने असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में 379 रनों की विशाल पारी खेली थी, दिल्ली कैपिटल्स के लिए उनका आईपीएल अच्छा नहीं रहा।
वह बुरी तरह खराब फॉर्म में थे और उन्हें प्रतियोगिता के बीच में ही बाहर कर दिया गया था. वह आखिरी बार जुलाई 2021 में श्रीलंका दौरे पर भारत के लिए खेले थे, और इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टी20ई के लिए टीम का हिस्सा थे, लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही श्रृंखला के लिए उन्हें बाहर कर दिया गया था. इस प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज को हाल ही में मैदान के बाहर की समस्याओं से भी जूझना पड़ा है. 56 लिस्ट ए गेम्स में शॉ ने 51.67 की औसत से 2687 रन बनाए हैं. शॉ ने नॉर्थम्पटनशायर के लिए अपने पहले दो मैचों में 26 और 34 का स्कोर बनाया था.