सफाई मजदूर एकता मंच के बैनर तले सफाईकर्मीयों ने तीन दिवसीय क्रमिक धरने के दूसरे दिन नगर निगम से सुभाष चौराहा तक जुलूस निकाल कर विरोध दर्ज कराया. सफाईकर्मीयों ने कहा कि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो महाकुंभ में सफाईकर्मियों का सहयोग देखने को नही मिलेगा, महाकुंभ के श्रद्धालु, जुलूस निकाल कर नगर निगम कर्मचारी कर रहे मांग. आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों ने मांगे जल्द नही माने जाने पर दिव्य भव्य नव्य कुंभ में गंदगी का अंबार देखने को मिल सकता है.
सफाईकर्मियों कि मांग है कि सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को परमानेंट किया जाए, कुंभ को देखते हुए नई वर्दी, ओवर टाइम का अतिरिक्त भुगतान, समान काम का समान वेतन की गारंटी को निर्धारित किया जाए. धरने को संबोधित करते हुए ऐक्टू के प्रदेश सचिव कॉमरेड अनिल वर्मा ने कहा कि देश मजदूरों की मेहनत से ही चल रहा है और इसके बल पर ही महाकुंभ का प्रचार देश भर में चल रहा है. कुंभ मेले में 7.30 हजार करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च हो रही है और प्रयागराज में सफाई पर जोर दिया जा रहा है लेकिन सफाई कर्मचारियों के लिए कुछ भी मिलता नजर नहीं आ रहा है. परमानेंट काम के लिए स्थाई नियुक्ति और समान काम के लिए समान वेतन का अधिकार सर्वोच्च न्यायालय से मिला है लेकिन सफाई कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिलता.
नगर निगम प्रयागराज के समस्त आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को ESIC कार्ड जारी करने एवं नगर निगम प्रयागराज में लंबित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से सफाई नायक /कनिष्ठ लिपिक की पदोन्नति प्रक्रिया को कुंभ मेला से पहले संपन्न करने, एवं सफाई नायक के पद आउटसोर्सिंग से ना भरे जाएं . साथ ही आंदोलन कर रहे सफाईकर्मीओं ने 15 वर्षों से अधिक अनुभव प्राप्त सफाई कर्मचारियों को वरिष्ठता एवं कार्यकुशलता के आधार पर सफाई नायक के पद पर समायोजन करने, संविदा कर्मचारियों का पी०एफ० खाता खोला जाए एवं उनका नियमितीकरण करने, वित्तीय वर्ष 2018-19 में दिव्यकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया था जिसमें सफाई कार्य में लगे समस्त कार्मिकों को बगैर किसी सार्वजनिक अवकाश के युद्धस्तर पर सफाई का कार्य लिया गया था, सफाई मजदूर एकता मंच के अध्यक्ष ने आह्वान किया है कि अधिक से अधिक सफाई कर्मचारी कल धरना में पहुंचें. ताकि अपनी मांग को पूरा कराया जा सके.