अयोध्या मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग पर कार्यरत प्रभुनाथ मिश्रा से MBBS की छात्रा ऋतु और निर्मला कुमावत ने पर्चा बनाने को लेकर 29 जुलाई को विवाद किया विवाद के बाद प्राचार्य ने अपने चैम्बर में बुलाकर प्रभुनाथ को फर्जी मुक़दमे में फ़साने को लेकर लगातार प्रताड़ित कर रहे थे फिर 7 अगस्त को प्रभुनाथ को प्राचार्य को अपने कमरे में बुलाकर बेज्जत किया नौकरी से बाहर निकालने की धमकी देते हुए कहा कि आज तुम्हारा आख़िरी दिन है आज तुम्हें जेल भिजवा दूँगा अन्यथा सार्वजनिक रूप से पैर पकड़ कर माफ़ी माँगो इस पर प्रभुनाथ ने मना कर दिया पर इस बात का दबाव ज्ञानेद्र लगातार बनाते रहे जिससे आहत होकर आत्महत्या कर ली । इसके बाद परिवार बेटे को बचाने के लिए अयोध्या से लेकर KGMU/ PGI तक दौड़े लेकिन बचा नहीं पाए.
परिवार द्वारा मुकदमा दर्ज करने के लिए अयोध्या कोतवाली में पुलिस को तहरीर दी है। लेकिन अब तक मुकदमा नहीं दर्ज किया जा रहा है। मृतक युवक के पिता ने तहरीर दी है, पुलिस सुन नहीं रही । मृतक युवक के पिता न्याय के लिए गुहार लगा रहे लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी पुलिस मुक़दमा तक लिखने को तैयार नहीं.