बाबा राम रहीम और डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को एक बार फिर 30 दिन की पैरोल मिल गई है. वह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आ गया. जेल प्रशासन ने राम रहीम को सिरसा डेरे में जाने की इजाजत नहीं है. एक बार फिर उसे यूपी के बागपत में स्थिति बरनावा आश्रम में रहना पड़ेगा. जिसको लेकर बरनावा आश्रम की सुरक्षा बढ़ाई गई और सिरसा से घोड़े और गाय पहुंचाई गई है. राम रहीम अपनी दो शिष्याओं के साथ रेप के आरोप में 20 साल और हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है.
राम रहीम अपनी दो शिष्याओं के साथ रेप के आरोप में 20 साल और हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है. राम रहीम को पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने अगस्त 2017 में मामले में दोषी करार दिया था. इसके अलावा गुरमीत राम रहीम को पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में भी उम्र कैद की सजा सुनाई गई है.
सजा के दौरान मिली ये सातवीं पैरोल
राम रहीम को सजा के दौरान मिली ये सातवीं पैरोल है. इसी साल जनवरी में राम रहीम को 40 दिन की पैरोल मिली थी. पिछली पैरोल में राम रहीम ने तलवार से केक काटकर सेलिब्रेट किया था. राम रहीम का 15 अगस्त को जन्म दिन है, इसलिए सजा मिलने के बाद वह पहली बार जेल से बाहर अपना जन्म दिन प्रेमियों के बीच मनाएगा.
कब-कब मिली पैरोल?
-राम रहीम को पहली बार 24 अक्टूबर 2020 को एक दिन की पैरोल दी गई थी. बीमार मां से मिलने के लिए ये पैरोल दी गई.
-डेरा प्रमुख राम रहीम को दूसरी बार 21 मई 2021 को फिर बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल दी गई थी.
-तीसरी बार 7 फरवरी 2022 को राम रहीम को 21 दिनों की पैरोल मिली.
-चौथी बार जून 2022 को डेरा प्रमुख राम रहीम को एक महीने की पैरोल दी गई.
-पांचवीं बार अक्टूबर 2022 को डेरा प्रमुख राम रहीम को 40 दिनों की पैरोल दी गई.
-छठवीं बार 21 जनवरी 2023 को राम रहीम को फिर 40 दिनों की पैरोल मिली.
-सातवीं बार उसे 20 जुलाई 2023 को 30 दिन की पैरोल मिली है.
बता दें कि पैरोल सजा पूरी होने से पहले मुजरिम को जेल से मिली कुछ दिनों की रिहाई होती है. जिसके लिए अच्छा व्यवहार होना भी एक शर्त है. इसके लिए कैदी को जेल से बाहर निकलने के लिए जरूरी वजह बतानी पड़ती है.