देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं. पूरे भारत में बीजेपी की इकाइयां उनके जन्मदिन को अलग-अलग तरीकों से मनाने की योजना बना रही हैं. भारत को आजादी मिलने के तीन साल बाद और गणतंत्र बनने से कुछ महीने पहले 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में जन्मे नरेंद्र मोदी दामोदरदास मोदी और हीरा बा मोदी की छह संतानों में से तीसरी संतान हैं.
अपने समाज सेवा और राजनीति के करियर के शुरुआती वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि RSS के सदस्य थे. 1970 के दशक से राजनीति में सक्रिय होने के बावजूद 1990 के दशक के अंत तक उनके राजनीतिक करियर को कोई खास गति नहीं मिली थी.
नरेंद्र मोदी ने 1987 में गुजरात में भाजपा के महासचिव के रूप में काम करना शुरू किया. 1995 में पार्टी ने गुजरात में बहुमत हासिल किया और फिर वे तेजी से आगे बढ़े. नरेंद्र मोदी 7 अक्टूबर 2001 को अपनी पहली संवैधानिक भूमिका में सामने आए जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने. इस तिथि के बाद से वे निर्वाचित सरकार के नेता के रूप में काम करते रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं, बल्कि एक निर्वाचित सरकार के प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल सबसे लंबा है, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनका 12 साल से अधिक का कार्यकाल शामिल है. सन 2014 में मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा ने सभी विपक्ष दलों को ध्वस्त कर दिया और चुनाव में जीत हासिल की. भाजपा तीन दशकों में बहुमत हासिल करने वाली पहली पार्टी बन गई.
नई दिल्ली पहुंचने से पहले पीएम मोदी ने 2001 से 13 वर्षों तक अपने गृह राज्य गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. प्रधानमंत्री के रूप में उनका दूसरा कार्यकाल अगले वर्ष समाप्त होने वाला है. नरेंद्र मोदी अभी भी भारतीय राजनीति और देश के राजनीतिक के लिए प्रसांगिक है और आने वाले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत और मोदी का लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है.