पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है. भारत ने बीती रात भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर तक जाकर आतंकियों के कई ठिकाने तबाह कर दिए. भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसे बिना किए इस स्ट्राइक में जैश-ए- मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया. इस स्ट्राइकल के बाद भारतीय सेना ने एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा,”न्याय हुआ. जय हिंद.” भारत के इस स्ट्राइक से आतंकवादियों की कमर टूट सी गई है.

भारत के इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है और शायद इससे बेहतर नाम इस हमले शायद हो ही नहीं सकता था. ये ऑपरेशन उस सिंदूर का बदला है, जो बैसरन घाटी में सुहागनों के माथे से पोंछ दिया गया और उनकी मांग सूनी कर दी गई थी. इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय इस कार्रवाई बुरी तरह से बर्बाद हो गया है. भारत की इस कार्रवाई से दोनों आतंकी संगठनों के सरगना हाफिज सईद और मसूद अजहर बिलबिला गए है. इस स्ट्राइक में अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार 62 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. हालांकि यह संख्या अभी बढ़ सकती है.

पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने धर्म पूछकर गोली मारी थी. साथ ही सिर्फ पुरुषों को टारगेट किया गया था. आतंकियों का मकसद महिलाओं के सामने उनके सिंदूर को पोंछना था. भारतीय संस्कृति में सिंदूर महिलाएं अपने सुहाग यानी पति की लंबी उम्र के प्रतीक के रूप में लगाती हैं. बैसरन घाटी में आतंकी जब पुरुषों को गोली मार रहे थे, तो उनके परिवारवालों को ये कह रहे थे- जाओ, अपनी सरकार को बता देना… इससे साफ था कि आतंकियों को अपने आकाओं से साफ-साथ निर्देश मिले थे कि सिर्फ सिंदूर मिटाना है यानि हिंदुओं को टारगेट करना है. भारतीय सेना ने भी अब चुन-चुनकर आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया है. भारत ने भी आतंकियों को कड़ा संदेश दिया है कि आतंकी कहीं भी छिप जाएं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.

