चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात के तट से टकराने से पहले ही खतरनाक रूप अख्तियार कर लिया है। इस चक्रवात की वजह से गुजरात के तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है, जबकि लोगों को इन क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम भी जारी है। आसपास के इलाकों में भी तेज हवाओं की वजह से पेड़ उखड़ कर गिर गए। दूसरी तरफ समुद्र में नावों को रोकने के लिए कोस्ट गार्ड ने भी गश्ती शुरू कर दी है। एनडीआरएफ की सात टीमों को गुजरात में तैनात किया गया है।
भुज पश्चिम के एसपी डॉ. करणराज वाघेला ने बताया कि स्थानीय प्रशासन का लक्ष्य निचले इलाकों, कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को स्थानांतरित करना है। शरणस्थलों पर खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। 2 हजार से ज्यादा पुलिस के जवान व 1400 से ज्यादा होमगार्ड तैनात किए गए हैं। हमने सभी बीच को बंद कर दिया है।
चक्रवात बिपरजॉय पर NDRF DIG मोहसिन शाहिदी ने बताया कि जिन इलाकों में ज्यादा क्षति होने की आशंका है, वहां से लोगों को हटाया जा रहा है, अब तक 28 हजार लोगों को हटाया जा चुका है। हमने NDRF की 17 और SDRF की 13 टीमें तैनात की है। इसके अलावा हमने और 15 टीमों को आरक्षित रखा है। कच्छ, पोरबंदर, द्वारका, राजकोट, जुनागढ़ व मोरबी में हमारी टीमें तैनात हैं।
69 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। 32 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है, जबकि 26 ट्रेनों को यात्रियों की सुरक्षा और चक्रवात बिपरजोय की शुरुआत के संबंध में ट्रेन संचालन के मद्देनजर एहतियाती उपाय के रूप में शॉर्ट-ऑरजिनेट किया जाएगा। CPRO पश्चिम रेलवे सुमित ठाकुर ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर हमने वॉर रूम बनाए हैं, हम इस पर निगरानी रख रहे हैं। हमारे लगभग 2500 कार्य बल, RPF के जवान मौके पर तैनात हैं। वीरमगाम, राजकोट, ओखा आदि जो सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले इलाके हैं, वहां हमने माल गाड़ी को भी रद्द किया है।