हमारे प्रकृति में हर एक बीमारी इलाज समाहित है इसलिए बडे बुजुर्ग ने कहा है कि एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रकृति के नजदीक रहना बहुत जरूरी हैं. आज के बदलते मौसम और बदलते रहन-सहन के कारण हर किसी को कोई ना कोई बीमारी होती हैं. हर छोटी बात पर दवा खाने से आपके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाती है. ऐसे में अगर आप पारिजात के पत्ते का सेवन करते हैं तो इससे कई सारी बीमारियां आपसे दूर रहेंगी. जी हां, आज हम आपको पारिजात या हरसिंगार के पत्ते के गुण और उसके सही इस्तेमाल के बारे में बताने जा रहे हैं.
हरसिंगार का पत्ता किसी औषधि से कम नहीं होता है. इसके सेवन से आपको कई बड़ी बीमारी नहीं होगी. डेंगू, बुखार, मलेरिया, जोड़ों के दर्द, जैसी चीजों से आपकी सुरक्षा हो सकती है. पारिजात के पौधे का पेड़ और इसके फूल काफी सुगंधित होते हैं. जिस घर में इसका पेड़ हो, उसके आसपास के माहौल को भी ये सुगंधित कर देता है. यह हरसिंगार ज्वरनाशक के रूप में भी असरदार माना जाता है.
इस्तेमाल करने का तरीका
सबसे पहले पारिजात के 13 से 14 पत्ते अच्छी तरह धोकर एक पतिले में उबाल लें. फिर उबाल कर इस पानी को आधा कर लें. पुराने से पुराने दर्द को जड़ से खत्म करने के लिए इस पत्ते का सेवन आप नियमित रूप से कर सकते हैं. जिससे डेंगू, बुखार, मलेरिया, जोड़ों के दर्द, जैसी चीजों से आपकी सुरक्षा हो सकती है.