आयुर्वेद में हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के लिए कई जरूरी नियम और सलाह दी गई हैं. इन्हीं में से एक जरूरी सलाह है, दूध के साथ कुछ खास चीजों का सेवन न करना. आयुर्वेद के अनुसार, कुछ चीजें अगर दूध के साथ खाई जाती हैं तो वे हमारी सेहत पर बुरा असर डाल सकती हैं. दुध के साथ कुछ चीजें खाना आयुर्वेद के अनुसार खराब फूड कॉम्बिनेश माना गया है जिससे आपके सेहत पर प्रतिकुल असर पडता है जैसे कि पेट दर्द, सूजन, थकान, गैस और बेचैनी हो सकती है. अगर आप लंबे समय तक रॉन्ग फूड कॉम्बिनेशन खाते हैं, तो इससे चकत्ते, पुरानी पाचन समस्याएं और सांसों की दुर्गंध के साथ कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं आइए जानते हैं वे 9 चीजें जिन्हें दूध के साथ कभी भी नहीं खाना चाहिए.
मछली
आयुर्वेद में दूध और मछली का मेल बिल्कुल सही नहीं माना गया है. आयुर्वेद के अनुसार, मछली और दूध दोनों ही प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं, लेकिन इनका एक साथ सेवन शरीर में विषाक्त पदार्थ बन सकता है, जिससे पाचन तंत्र में गड़बड़ी हो सकती है.
मूली
मूली और दूध का सेवन भी आयुर्वेद में वर्जित माना गया है. यह कॉम्बिनेशन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है और पेट में गैस तथा दर्द जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.
तरबूज
आयुर्वेद के मुताबिक तरबूज और दूध का कॉम्बिनेशन भी खराब फूड कॉम्बिनेश माना जाता. यह पाचन तंत्र को कमजोर कर सकता है और अपच जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.
नमक
दूध और नमक का सेवन एक साथ करने से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है. इससे गैस, अपच और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
खट्टे फल
खट्टे फल जैसे कि संतरा, नींबू और अमरूद, दूध के साथ कभी नहीं खाने चाहिए. यह कॉम्बिनेशन पेट में एसिडिटी बढ़ा सकता है और पाचन समस्याएं पैदा कर सकता है.
दही
दही और दूध का कॉम्बिनेशन भी आयुर्वेद में वर्जित है. दोनों ही प्रोडक्ट्स का सेवन एक साथ करने से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है और शरीर में ठंडक पैदा कर सकता है.
उड़द की दाल
उड़द की दाल और दूध का कॉम्बिनेशन भी आयुर्वेद में वर्जित माना गया है. इससे शरीर में टॉक्सिन्स पैदा हो सकते हैं, जिससे त्वचा पर दाने और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
कटहल
कटहल और दूध का सेवन एक साथ नहीं करना चाहिए. यह कॉम्बिनेशन पाचन तंत्र में असंतुलन पैदा कर सकता है और गैस तथा पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
केला
केला और दूध का सेवन एक साथ करना आयुर्वेद में उचित नहीं माना गया है। यह पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है और कब्ज जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.