सावन का महिना शिव भक्तों के लिए खासा महत्व रखता है ऐसे में देश भर के शिव भक्ति और मंडली शिव मंदिर और मठों में बाबा के दर्शन के लिए जाते है. ऐसे में झारखंड के देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम ज्योतिर्लिंग के दर्शन और गंगाजल अपर्ण की एक विशेष महत्व है. लेकिन सावन में भक्तों की भारी भिड के चलते मंदिरों में VIP दर्शन और गर्भ गृह में जाने पर रोक थी, लेकिन BJP सांसद जबरन अंदर घुस गए. जिसके चलते दोनों भाजपाई नेता के खिलाफ एफआईआर देवघर की पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पूर्व महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर की शिकायत पर 7 अगस्त को दर्ज की गई है.

देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम मंदिर के गर्भगृह में कथित रूप से जबरन प्रवेश करने के आरोप में दिल्ली के भाजपा सांसद मनोज तिवारी और गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. जिसपर सांसद निशिकांत दुबे ने इसपर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है, “पूजा करने के कारण यह केस है. अभी तक 51 केस मेरे ऊपर दर्ज हैं. कल देवघर एयरपोर्ट से सीधे पुलिस स्टेशन जाकर गिरफ़्तारी दूंगा.”

पंडा धर्मरक्षिणी सभा के कार्तिकनाथ ठाकुर ने अपनी शिकायत में कहा है कि श्रावणी मेले के दौरान मंदिर में वीवीआईपी दर्शन और गर्भगृह में प्रवेश पर रोक थी. इसके बावजूद 2 अगस्त को मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे, उनके पुत्र कनिष्ककांत दुबे, दोनों सांसदों के पीए और देवघर के कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया.

शिकायत में यह भी कहा गया है कि निकास द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की गई, जिससे मंदिर परिसर में भगदड़ जैसी अफरातफरी मच गई. श्रद्धालुओं के साथ कोई भी अप्रिय घटना घट सकती थी. सांसदों द्वारा जबरन प्रवेश कर पूजा करने से पूजा बाधित हुई और व्यवधान भी हुआ.मंदिर परिसर में मौजूद हजारों श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी फैल गई. पंडा धर्मरक्षिणी महासभा के पूर्व महासचिव ने निशिकांत दुबे पर मंदिर में अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया है.

उल्लेखनीय है कि मनोज तिवारी ने सुल्तानगंज से देवघर तक करीब 105 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा 2 अगस्त को पूरी की थी. इस दौरान निशिकांत दुबे भी उनके साथ थे. झारखंड भाजपा के अध्यक्ष एवं विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सांसदों पर एफआईआर की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
