fbpx
  Previous   Next
HomeHealthबरसात में क्यों झड़ते हैं बाल? आयुर्वेद में बाल झड़ने को रोकने...

बरसात में क्यों झड़ते हैं बाल? आयुर्वेद में बाल झड़ने को रोकने के लिए रामबाण इलाज !

बरसात में बाल झड़ने का प्रमुख कारण शरीर में 'दोषों' का असंतुलन है. खास तौर पर पित्त दोष का बिगड़ना और पाचन अग्नि का कमजोर होना बालों को प्रभावित करता है.

बदलते मौसम में सेहत के साथ-साथ बालों का भी खास ध्यान रखना चाहिए. खासकर बारिश का मौसम जहां एक ओर गर्मी से राहत दिलाता है, वहीं दूसरी ओर यह अपने साथ कुछ परेशानियां भी लाता है, जिनमें से एक है बालों का झड़ना. नमी, उमस और बदलते वातावरण में बदलाव के कारण इस मौसम में बालों का झड़ना एक आम समस्या है. चरक संहिता में उल्लेख है कि बरसात में बाल झड़ने का प्रमुख कारण शरीर में ‘दोषों’ का असंतुलन है. खास तौर पर पित्त दोष का बिगड़ना और पाचन अग्नि का कमजोर होना बालों को प्रभावित करता है. इससे शरीर में नमी बढ़ती है और पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं. इसके साथ ही, हवा में मौजूद नमी बालों को सोख लेती है, जिससे वे रूखे, बेजान और भंगुर हो जाते हैं. नतीजतन, बालों में टूटने और झड़ने की समस्या बढ़ जाती है.

image 43

बालों को झड़ने से कैसे बचाएं
बालों को झड़ने से रोकने के लिए आप दही का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह पेट के साथ बालों के लिए भी लाभकारी है. इसमें लैक्टिक एसिड और प्रोबायोटिक बैक्टीरिया भरपूर मात्रा में होते हैं, जो स्कैल्प की डैमेज सेल्स को हटाकर, बालों को प्राकृतिक रूप से कंडीशन करते हैं. विज्ञान कहता है कि दही के लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया स्कैल्प माइक्रोबायोटा को बैलेंस करने में मदद करते हैं, जिससे डैंड्रफ, खुजली और इंफेक्शन में राहत मिलती है. इसके साथ ही दही में मौजूद प्रोटीन बालों को मजबूती देता है और उनमें चमक लाता है.

image 45

सुश्रुत संहिता के अनुसार, बरसात में वात दोष का प्रभाव बढ़ता है, जो दूषित पित्त के साथ मिलकर रोमकूपों (हेयर फॉलिकल्स) को कमजोर करता है. इससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और बाल झड़ने लगते है. इसके अलावा, बारिश के पानी में मौजूद अशुद्धियां और प्रदूषण स्कैल्प को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे खुजली, डैंड्रफ और बालों का झड़ना बढ़ता है.

image 44

बालों की देखभाल के लिए अपनाएं ये उपाय
आयुर्वेद विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में बालों की देखभाल के लिए तैलीय मालिश, हर्बल शैंपू और संतुलित आहार जरूरी है. नारियल तेल, आंवला, शिकाकाई और ब्राह्मी जैसे प्राकृतिक तत्व बालों को पोषण देकर उनकी जड़ों को मजबूत करते हैं. इसके साथ ही, तनाव कम करने और पर्याप्त नींद लेने से भी बालों की सेहत में सुधार होता है. बारिश के मौसम में बालों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित देखभाल और आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं. इससे न केवल बालों का झड़ना रुकेगा, बल्कि वे चमकदार और मजबूत भी बनेंगे.

Screenshot 2025 09 05 213431

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

More News

बरसात में क्यों झड़ते हैं बाल? आयुर्वेद में बाल झड़ने को रोकने के लिए रामबाण इलाज !

बदलते मौसम में सेहत के साथ-साथ बालों का भी खास ध्यान रखना चाहिए. खासकर बारिश का मौसम जहां एक ओर गर्मी से राहत दिलाता...

हिटमैन रोहित शर्मा ब्रोंको टेस्ट में फिट ! रोहित के साथ इन खिलाड़ियों ने भी मारी बाजी, पास किया ब्रोंको टेस्ट !

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानि BCCI खिलाड़ियों की फिटनेस के स्तर को उठाने के लिए 'ब्रोंको टेस्ट' को नेशनल मेंस टीम में जगह बनाने...

नई GST रेट का ऐलान ! जानिए, मोदी सरकार ने दिवाली से पहले जीएसटी कम कर के क्या-क्या किया सस्ता.

भारत सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत देते हुए कई अहम चीजों पर या तो जीएसटी कम कर दिया है या फिर एकदम...

RELATED NEWS

1 इलायची और 1 लौंग हर रोज एक साथ खाने से आपके सेहत में जो फर्फ पडेगा उसके बारे में आपने सोचा भी नहीं...

किचन में पाए जाने वाले मसाले ना सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि आपकी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं. आज...

नीम के पत्ते है इन 4 समस्याओं के लिए रामबाण, बस इस तरह से खाना होगा नीम के पत्ते?

नीम की पत्तियों को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. क्योंकि इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल, विटामिन ई, कैल्शियम, फॉस्फोरस और आयरन...

शरीर में है विटामिन B12 कमी? किचन में मौजूद ये सिंपल सा मसाला है B12 का भंडार है! अंडे और चिकन से भी...

विटामिन बी 12 हमारे शरीर को लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व में से एक माना जाता है. इसकी कमी से शरीर को अनेकों तरह...