राम मंदिर के शिखर पर 25 नवंबर को धर्म ध्वज फहराया जाएगा. अयोध्या में इस कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं. पीएम मोदी मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे. राम मंदिर के शिखर पर लहराने वाला ध्वज बहुत ही खास है. इसका रंग और चिन्हों के बारे में तो पहले ही पता चल गया था. अब इसकी पहली झलक भी सामने आ गई है. दिव्य सा दिखने वाला यह ध्वज गुजरात के अहमदाबाद में बनाया गया है. राम मंदिर के शिखर की शोभा बढ़ाने वाले इस ध्वज की पहली तस्वीर सामने आ गई है. यह देखने में चमकदार केसरिया रंग का है. इस पर सूर्यदेव विराजमान हैं और वहीं ऊँ भी बना हुआ है. इसके साथ ही खास कोविदार वृक्ष भी ध्वज पर बना है.

कितने दिन में बना राम मंदिर ध्वज?
ध्वज निर्माता कश्यप मेवाड़ा ने बताया कि इसे बनने में 25 दिन का समय लगा. यह तीन-परत वाले कपड़े से बना है. इसमें लगी हर एक चीज स्वदेशी है. इसे पूरी तरह से हाथ से बनाया गया है. किनारों पर गोल्डन फैब्रिक लगाया गया है और अंदर अस्तर भी लगाया गया है. ऊपर सिल्क के कपड़े का इस्तेमाल किया गया है. जो भी चिन्ह बनाए गए हैं तो सब हाथ की कारीगरी है. हाथ से ये सब बनाने में 7-8 दिन का समय लगा.

राम मंदिर के लिए बनाई और भी सामग्री
ध्वज निर्माता ने राम मंदिर ध्वज बनाने को लेकर खुशी जताते हुए कहा कि पीएम मोदी खुद इसका उद्घाटन अपने हाथों से करेंगे, ये जानकार वह बहुत खुश हैं. उन्होंने बताया कि राम मंदिर के लिए और भी बहुत सी सामग्री उनके यहां से जा चुकी है. मंदिर के लिए दान पेटी भी उन्होंने ही बनाई थी. भगवान के आभषण रखने के लिए ब्रास का बॉक्स भी उनके यहां ही तैयार किया गया था.

विश्वकर्मा समुदाय के लिए गर्व की बात
कश्यप मेवाड़ा ने कहा कि राम मंदिर के लिए चीजें बनाना उनके, गुजरात के और उनके पूरे विश्वकर्मा समुदाय के लिए भी बहुत ही गर्व की बात है. बता दें कि 191 फीट की ऊंचाई पर जब सनातन परंपरा का प्रतीक ये ध्वज लहराएगा तो राम दिव्य राम मंदिर की शोभा और भी बढ़ जाएगी.

