हिंदी फिल्मों के विलेनों का अपना एक इतिहास रहा है. बॉलीवुड में एक से एक खुंखार विलेन रहे है लेकिन कुछ एक विलेन एसे थे जिसका नाम सुनते ही फिल्म की हिरोइन का रियल लाइफ में भी डर पसीने छूट जाते थे. कुछ विलेन्स की इमेज तो इनती खूंखार रही है कि आम लोग भी उनसे खौफ खाते रहे हैं और फिल्मी लोग भी उनसे दूरी बनाए रखते थे. गुजरे जमाने के एक विलेन को भी ऐसे ही डर का सामना करना पड़ा था. जब फिल्म में लीड रोल कर रहीं माधुरी दीक्षित उनका नाम सुनते ही रो पड़ी थीं.
इस फिल्म में रोने लगी थी माधुरी दीक्षित
1989 में माधुरी दीक्षित की फिल्म प्रेम प्रतिज्ञा से जुड़ा एक किस्सा है. फिल्म में एक सीन होना था जिसमें विलेन रंजीत, माधुरी दीक्षित के साथ जबरदस्ती करते हैं. इस सीन के बारे में रंजीत ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि माधुरी दीक्षित उनका नाम सुनते ही रोने चिल्लाने लगी थीं. और उनके साथ सीन करने से ही इंकार कर दिया था. दरअसल इस फिल्म में माधुरी दीक्षित एक बेहद गरीब परिवार की लड़की बनी हैं. जिनके पिता मजदूरी करके दो वक्त की रोटी कमाते थे. फिल्म में विलेन के रोल में थे रंजीत. जो लगातार माधुरी दीक्षित को फिल्म में परेशान करते थे. इसी फिल्म में माधुरी दीक्षित के पिता ठेला खींचने का काम करते थे.
फिर क्या हुआ था ?
इस सीन पर बात करते हुए रंजीत ने कहा कि वो कर भी क्या सकते थे, बतौर विलेन उनका काम ही हीरोइन को छेड़ना था. माधुरी दीक्षित को ये बात समझाने के लिए फाइट मास्टर वीरू देवगन आगे आए. उन्होंने समझाया कि शॉट सिंगल टेक में पूरा कर लिया जाएगा. तब कहीं जाकर माधुरी दीक्षित तैयार हुईं. इस बारे में रंजीत ने कहा कि उनकी हमेशा कोशिश रही कि हीरोइन्स उनके साथ कंफर्टेबल फील करें.