भारतीय जमीं पर शुरू हुए World Cup 2023 में वीरवार को क्रिकेट जगत न्यूजीलैंड की दावेदार इंग्लैंड के खिलाफ 9 विकेट से मिली जीत के बाद स्तब्ध हैं. अचानक से ही न्यूजीलैंड टीम को लेकर तमाम पंडितों, एक्सपर्ट्स और पूर्व क्रिकेटरों की राय बदल गई है. और अगर ऐसा हुआ, तो इसमें बड़ा योगदान रहा मुकाबले में टॉप क्लास बल्लबाजी करने वाले डेवोन कॉनवे और भारतीय मूल के रवींद्र रचिन का. रचिन एकदम से ही भारतीयों के बीच से लोकप्रिय हो गए हैं. सोशल मीडिया पर उनकी प्रोफाइल को बड़ी संख्या में भारतीय खोज रहे हैं. रचिन ने 96 गेंदों पर 11 चौके और 5 छक्कों से नाबाद 123 रन की पारी खेली. और इस पारी में खेले शॉट्स में दिखा कॉन्फिडेंस अतुलनीय था. बहरहाल, भारतीय फैंस रवींद्र रचिन के बारे में जानने को बहुत ही ज्यादा बेकरार हैं. हम आपके लिए भारतीय मूल के खिलाड़ी से जुड़े ऐसे 5 फैक्ट्स लेकर आए हैं, जिनके बारे में पहले नहीं ही जानते होंगे. भारतीय मूल: रचिन का जन्म 19 नवंबर 1999 को वेलिंगटन में हुआ था. उनके पूर्वज भारतीय थे और उनके जीवन में भारतीय जड़ों और मूल्यों का यहां तक पहुंचने में बहुत ही अहम योगदान रहा है.
रचिन के पिता हट हॉक्स क्लब के है फाउंडर
रचिन के पिता रवि कृष्णामूर्ति एक सॉफ्वेयर इंजीनियर हैं. और रचिन के क्रिकेट करियर में उनका अहम योगदान रहा है. साल 20211 में कृष्णामूर्ति ने न्यूजीलैंड में हट हॉक्स क्लब का गठन किया. इसकी स्थापना ने रचिन की गर्मियों की छुट्टी में भारत आने में मदद की. भारत में अपनी यात्रा के तहत रचित ने 13 साल की उम्र से आरटीडी अनंतपुर (आंध्र प्रदेश) आना शुरू कर दिया. रचित का इन यात्राओं का मकदस अपने क्रिकेट कौशल में सुधार करना था.
जवागल श्रीनाथ और रचिन कनेक्शन!
रचिन के पिता की भारत के पूर्व क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ से खासी दोस्ती है. रवि के पिता के न्यूजीलैंड में बसने से पहले दोनों ही आपस में क्रिकेट का अनुभव साझा किया करते थे. रवि सम्मान या प्यार से श्रीनाथ को “श्री अंकल” कहकर संबोधित करते हैं. जब भी मौका मिलता है, तो दोनों ही एक-दूसरे के घर अक्सर जाते-रहते हैं और खेल के अनुभव को आपस में साझा करते हैं
शतकवीर का पहला यूनीक नाम
रवींद्र से पहले जो रचिन आता है, उसके पीछे बहुत ही मजेदार कहान है. दरअसल उनके पिता सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बहुत ही बड़े प्रशसंक हैं. और यही वजह है कि उन्होंने सचिन और द्रविड़ के शुरुआती नामों को मिलाकर बेटे का नाम रचिन रखा.
16 साल की उम्र में ही किया था कमाल
रवींद्र के क्रिकेट करियर की शुरुआत बहुत ही शानदार रही. और वह साल 2016 में बांग्लादेश में आयोजित हुए अंडर-19 विश्व कप में केवल 16 साल की उम्र में ही टीम का सदस्य बनकर ऐसा कारनामा करने वाले न्यूजीलैंड के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए. उनकी यात्रा जारी रही और साल 2018 में रचिन जूनियर विश्व कप टीम का हिस्सा रहे. साल 2019-20 सेशन के दौरान रचिन को भारत ए के न्यूजीलैंड दौरे में अनाधिकृत टेस्ट में शुबमन गिल के साथ खेलने का मौका मिला.
पहला टेस्ट में की थी साहसिक बल्लेबाजी
रचिन रवींद्र ने साल 2021 में कानपुर में भारत के खिलाफ टेस्ट करियर का आगाज किया. इस मैच में रचिन ने मैच बचाने में बहुत ही अहम भूमिका निभाते हुए साहसिक बल्लेबाजी की. रवींद्र ने 91 गेंदों पर 18 रन बनाए.
निजी जीवन है दिलचस्प
वर्तमान में रवींद्र रचिन प्रेमिला मोरार के साथ रिश्ते में हैं. मोरार एक प्रतिभाशाली फैशन डिजाइनर हैं और अपने रचनात्मक काम के लिए जानी जाती हैं. रचिन के उभार में दोनों के रिश्ते मतलब प्रेमिला ने भी खासी भूमिका निभाई है. दोनों की तस्वीरें अक्सर सोशल मीडिया पर दिख जाती हैं. और कई सावर्जनिक समारोह में भी ये दोनों साथ-साथ दिखाई पड़े हैं. कुल मिलाकर प्रेमिला इस क्रिकेटर के लिए अभी तक भाग्यशाली साबित हुई हैं