पिछले करीब एक-डेढ़ साल में घरेलू क्रिकेट बल्ले से तूफान सा ला देने वाले युवा लेफ्टी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का बचपन का सपना विंडीज के खिलाफ बुधवार को डोमिनिका में शुरू हुए पहले टेस्ट में सच हो गया, जब मैच से पहले उन्हें टेस्ट कैप दी गई. इस टेस्ट के साथ ही इशान किशन का भी टेस्ट करियर शुरू हुआ. बहरहाल, भारत के मैदान पर फील्डिंग करने के लिए उतरने के साथ ही यशस्वी जायसवाल ने स्पेशल रिकॉर्ड बनाते हुए सचिन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ दिया.
दरअसल स्पेशल रिकॉर्ड इस संदर्भ में है कि जब भारत के लिए पहला टेस्ट खेलने से पहले प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ औसत की आती है, तो इस मामले में पूर्व लेफ्टी और सचिन के बालसखा विनोद कांबली (88.37, 27 मैच) औसत के मामले में नंबर एक पर हैं. और अब जायसवाल ने इस सूची में खुद को नंबर तीन पर ला दिया है.
वैसे आप इसे संयोग कह सकते हैं कि इस बाबत शुरुआती तीन पायदानों पर मुंबई के बल्लेबाजों का कब्जा है. कांबली के बाद दूसरे नंबर पर प्रवीण आमरे (81.23, 23 मैच) और अब जायसवाल (80.21, 15 मैच) तीसरे नंबर पर हैं. शीर्ष तीन पायदान पर रहे बल्लेबाजों में जायसवाल सबसे कम प्रथम-श्रेणी मैच खेलकर इंडिया कप तक पहुंचे.
इसी सूची में भारतीय पूर्व दिग्गज रूसी मोदी (71.28, 38 मैच) चौथे और सचिन तेंदुलकर (70.18, 9 मैच) पांचवें नंबर पर हैं. रिकॉर्ड में शामिल सचिन तेंदुलकर ने सबसे कम 9 मैच खेलकर ही भारतीय टेस्ट कैप हासिल कर ली थी. विंडीज दौरे में शामिल एक और बल्लेबाज शुभमन गिल (68.78, 23 मैच) सूची में आखिरी और छठे नंबर पर हैं.