एक बड़ा रेल हादसा बाल-बाल बच गया. दरअसल बागरातवा और गुर्रमखेड़ी के बीच अचानक एक ट्रैक्टर बीच ट्रैक पर पहुंच गया और सामने से दानापुर-उधना ट्रेन आ रही थी, वहीं जिस ट्रेक पर ट्रैक्टर फंसा था, उस पर दानापुर-उधना एक्सप्रेस के आने का सिग्नल था. सोमनाथ एक्सप्रेस के लोको पायलट की सतर्कता से दूसरी ट्रेन के चालक दल को सतर्क किया गया, जिससे हादसा टल गया.
बताया जाता है कि मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले के अंतर्गत बागरातवा और गुरमखेड़ी के बीच में एक ट्रैक्टर रेलवे ट्रैक क्रॉस करते समय पटरी पर फंस गया. इससे सोमनाथ एक्सप्रेस और दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन रोकनी पड़ गईं. एक ट्रेन के लोको पायलट ने कंट्रोल रूम को सूचना दी. इसके बाद दूसरी ट्रेन के लोको पायलट को अलर्ट करने के लिए ट्रैक पर एक किलोमीटर पहले पटाखे चलाए. इससे दूसरी ट्रेन का लोको पायलट अलर्ट हो गया और उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी.
जबलपुर आ रही थी सोमनाथ एक्सप्रेस
सोमनाथ एक्सप्रेस अप ट्रैक पर इटारसी से जबलपुर जा रही थी. बागरातवा और गुरमखेड़ी के बीच लोको पायलट को बीच में डाउन ट्रैक पर ट्रैक्टर पटरी क्रॉस करते दिखा. यह देखकर उसने स्पीड कम करते हुए ट्रेन रोक दी. गार्ड ने गुरमखेड़ी रेलवे स्टेशन को सूचना दी. स्टाफ ने उतर कर देखा, तो ड्राइवर ट्रैक्टर छोड़कर भाग गया. इस घटना की जानकारी लोको पायलट ने कंट्रोल रूम को सूचना दी. दूसरे ट्रैक पर आने वाली ट्रेन के पायलट को अलर्ट करने 1 किमी आगे जाकर पटाखे फोड़े. इससे दूसरी ट्रेन के पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए. जिसके बाद दूसरी ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दिया गया. इस बीच ट्रैक्टर ड्राइवर अपने साथियों के साथ आया और लकडिय़ों के सहारे ट्रैक्टर निकालकर भाग गया. उसकी तलाश की जा रही है. बताया जा रहा है कि जिस जगह ट्रैक्टर क्रॉस किया जा रहा था, वहां से दो किमी दूर रेलवे फाटक है. डीजल और समय बचाने के लिए कई बार ट्रैक्टर चालक जान जोखिम में डालकर पटरी पार करते हैं.
सोमनाथ के चालक ने पटाखा लगाकर किया सतर्क
जिस डाउन ट्रैक पर ट्रैक्टर फंसा था, उसी पर कुछ देर बाद ट्रेन नंबर 20934 दानापुर उधना एक्सप्रेस आने वाली थी. सोमनाथ एक्सप्रेस के लोको पायलट ने खतरे को भांपते हुए डाउन ट्रैक पर एक किमी पहले एक सिंगल पटाखा लगाया. रेलवे कंट्रोल को इसकी सूचना दी. कंट्रोल रूम से गुरमखेड़ी स्टेशन को जानकारी मिली. तब तक दानापुर एक्सप्रेस गुरमखेड़ी स्टेशन से निकल कर दो सिग्नल पार कर चुकी थी. स्टेशन उप प्रबंधक अमर बहादुर यादव ने आनन-फानन में तीसरे सिग्नल को रेड कर दिया. एक किमी पहले लगा पटाखा भी फूटा, जिससे ड्राइवर ने तुरंत ही इमरजेंसी ब्रेक लगाया. साथ ही दूसरी ट्रेनों को आसपास के स्टेशनों पर रोका गया.
ट्रैक्टर ड्राइवर की तलाश
पिपरिया आरपीएफ के इंस्पेक्टर गोपाल मीणा ने बताया कि ट्रैक्टर चालक ने रिवर्स में लेकर पीछे करने की भी कोशिश की है, लेकिन वह असफल रहा. संभवत: ट्रैक पार करते समय ट्रैक्टर बंद हो गया था. ट्रैक्टर ड्राइवर की तलाश की जा रही हैं. उसके खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. जांच के बाद करीब आधे घंटे बाद ट्रैक को चालू कर दिया गया.