गर्मियों के मौसम में आम हो या खासा सभी को आम खाना अच्छा लगता है. रसीले और मीठे आम, बच्चे हो या बडे सभी चाव से खाते है. लेकिन, आम खाने में जितना मजा आता है उतना ही दिक्कत जरुरत से ज्यादा आम खाने से पनप सकती है. जैसे कि जरूरत से ज्यादा आम खाने पर चेहरे पर मुंहासे, पेट में एसिडिटी और सीने में जलन की दिक्कत से आपको दो चार होना पड सकता है.
आम खाने पर पिंपल्स की समस्या क्यों ?
फलों का राजा आम पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसमें फाइबर, विटामिन सी, मैग्ननीशियम और पौटेशियम जैसे लाभकारी तत्व होते है. जिसके चलते आम को हेल्दी फलों की रुप में शुमार किया गया है. लेकिन, आम में भरपुर पौष्टिकता होने के साथ-साथ इसमें इटिक एसिड जैसे तत्व भी होता है जो फुंसी होने का कारण बनता है. फाइटिक एसिड शरीर के तापमान को बढ़ाता है. इसके गर्माहट के कारण चेहरे पर एक्ने और ब्रेकआउट्स जैसी दिक्कत हो जाती है. वहीं, अगर आम केमिकल से पकाए गए हों तब भी चेहरे पर फुंसियां निकल सकती हैं.
आम के अंदर हाई शुगर कंटेंट होता है जो इसे बेहद मीठा बनाता है. जरूरत से ज्यादा मीठे का सेवन भी फुंसियों की वजह बनाता है. वहीं, आम सीधेतौर पर अगर फुंसियों का कारण ना भी बने तो इसमें एलर्जी वाले संब्सटेंस होते हैं जो फुंसियों या एक्ने का कारण बनते हैं. आम का फोर्टिफाइड जूस भी फुंसियों की वजह बन सकता है.
कैसे और एक दिन में कितना आम खाएं ?
आम से फुंसियां ना हों इसके लिए आम खाने की मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है. दिनभर में 1-2 आम ही खाने चाहिए. इससे ज्यादा आम ना सिर्फ फुंसियों बल्कि पेट की गड़बड़ी का कारण भी बन सकते हैं. इसके अलावा आम को खाने से पहले कुछ देर भिगोकर रखना जरूरी होता है. आम लगभग डेढ़ से 2 घंटे तक भिगोकर रखने के बाद खाए जा सकते हैं. इसके अलावा बॉडी हीट को मैनेज करने के लिए अपनी डाइट में दूध शामिल किया जा सकता है. लेकिन, आम को दही के साथ खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे शरीर की गर्माहट बढ़ सकती है.