विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन में दरार पड़ती दिख रही है. सूत्रों के मुताबिक, क्षेत्रीय दल कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं और ये पार्टियां कांग्रेस को अलग कर बैठक करने की तैयारी में हैं. बताया जा रहा है कि ये पार्टियां अगले दो दिनों में ऑनलाइन बैठक कर बड़ा फैसला ले सकती हैं. जदयू के नीतीश कुमार, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, AAP के अरविंद केजरीवाल, टीएमसी की ममता बनर्जी और एनसीपी के शरद पवार के अलावा दूसरे क्षेत्रीय दलों के नेताओं ने आपस में बातचीत की है. इसके साथ ही कुछ अन्य नेताओं से भी संपर्क किया जा रहा है.
सीटों के बंटवारे पर दिल्ली में हुई बैठक में 31 दिसंबर तक करने का फैसला किया गया था, लेकिन कांग्रेस पार्टी की कमेटी की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. बताया जा रहा है कि गठबंधन के संयोजक पद पर भी कोई फैसला नहीं हुआ है, इसको लेकर भी रीजनल पार्टियों में नाराजगी है.
दूसरी तरफ महाविकास आघाडी में जहां सीटों का बंटवारा करीब-करीब तय माना जा रहा था. माना जा रहा था कि शिवसेना 19, कांग्रेस 13, एनसीपी 10, प्रकाश आम्बेडकर और राजू शेट्टी 1-1 सीट पर चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा बची चार सीटों पर चर्चा करना तय माना जा रहा था. लेकिन इस पर अब बात आगे नहीं बढ़ पा रही है, जिससे क्षेत्रीय दलों में बेचैनी बढ़ती जा रही है. क्षेत्रीय दलों का मानना है कि गठबंधन को अंतिम रूप देने में जितनी देरी होगी, उतना ही उन्हें कार्यकर्ताओं और दूसरे संसाधनों को जुटाने के लिए कम वक्त मिलेगा.
इसी बीच कांग्रेस ने गुरुवार को अपने प्रदेश अध्यक्षों, महासचिवों और विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि यह बैठक राहुल गांधी की अगली यात्रा को लेकर है. लेकिन क्या इसमें क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन को लेकर भी विचार किया जाएगा, इस पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है.