दिनेश विजन के हॉरर यूनिवर्स में स्त्री के बाद आई लेटेस्ट फिल्म ‘मुंज्या’ जनता को आकर्षित करने में सफल रही है. 7 जून को रिलीज हुई इस फिल्म को डायरेक्ट किया है आदित्य सरपोतदार ने जिसने जनता की तारीफ के दम पर थिएटर्स में अपने पांव कसकर जमा लिए हैं. फिल्म में कोंकण की घाटियों का जादू दिखाया गया है. यह कहानी आपको हंसने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर कर देगी.
कौन होते हैं मुंज्या?
मुंज्या कोंकण के ब्राह्मण समाज से आता है. 5-7 साल की उम्र में बच्चों का उपनयन संस्कार कर देते हैं, जिसमें उन्हें जनेऊ पहनाया जाता है और उनका मुंडन किया जाता है. इसी के साथ उनकी पढ़ाई-लिखी भी शुरू हो जाती है. इसे कोंकण में मुंज्य कहते हैं. अगर ऐसे बच्चों की मुंज्य के 10 दिन के अंदर मृत्यु हो जाए तो उनकी अतृप्त इच्छाएं अधूरी रहती हैं. मुंज्य से ही मुंज्या बना है. मुंज्या का वास पीपल के पेड़ में होता है. तो इसी कॉन्सेप्ट पर ‘मुंज्या’ फिल्म को बनाया गया है.
मुंज्या फिल्म एक ऐसे ब्रह्मराक्षस की कहानी है, जिसकी मुंज्य के दस दिन के अंदर ही मौत हो जाती है. वह मुन्नी नाम की लड़की से शादी करना चाहता है. बता दें, मुंज्या फिल्म अब तक अपने बजट से दोगुना कमाई कर चुकी है. यह कार्तिक आर्यन की फिल्म चंदू चैंपियन को भी तगड़ा कंपटीशन दे रही है. मुंज्या 10 दिनों में ही 50 करोड़ से अधिक का कलेक्शन कर चुकी है.