दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के दूसरे मैच में भारतीय स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने कमाल की गेंदबाजी की, जो टी20 में भारतीय इतिहास किसी स्पिनर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. वरुण ने रविवार को दूसरे मुकाबले में 17 रन देकर 5 विकेट चटकाए. हालांकि, उनका यह दमदार प्रदर्शन टीम को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं था,लेकिन चक्रवर्ती ने अपनी गति में बदलाव करते हुए गुगली का खतरनाक जाल बिछाया और एडेन मार्कराम, रीजा हेंड्रिक्स, मार्को जेनसन, हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर को परेशान करते हुए अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ टी20 अंतर्राष्ट्रीय आंकड़े हासिल किए.
चक्रवर्ती ने बताया कि भारतीय टीम के साथ पहले मैच में कुछ खास नहीं करने के बाद उन्हें अपनी गेंदबाजी में बहुत कुछ बदलना पड़ा. उन्होंने कहा कि मैंने अपनी गेंदबाजी के वीडियो देखे और उसमें काफी कुछ सुधार किया. उन्होंने यह भी बताया कि बल्लेबाजों के लिए उनकी गेंदों को समझना क्यों मुश्किल होता है.
वरुण ने कहा, “यह मेरी निरंतरता और ओवर स्पिन दोनों का संयोजन है. मैं जिस ओवरस्पिन पर गेंदबाजी करता हूं, उसमें पिच से अधिक वेरिएशन मिलती है. उम्मीद है कि मैं ऐसा करना जारी रखूंगा और टीम के लिए अच्छा ऑप्शन बनूंगा. मैं बस इतना चाहता हूं कि भारतीय क्रिकेट टीम के साथ लंबे समय तक खेलूं और उम्मीद है कि मैं इसे अच्छा कर पाऊंगा.”
चक्रवर्ती ने यह कहते हुए अपनी बात समाप्त की कि कैसे स्पष्ट माइंडसेट ने उन्हें खेलों को देखने में मदद की है. उन्होंने कहा, “मैं कहूंगा कि आत्मविश्वास से ज्यादा मैं स्पष्टता पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं. इससे मुझे अभी ज्यादा मदद मिल रही है. कभी-कभी मुझे लगता है कि आत्मविश्वास मुझे गलत दिशा में ले जा सकता है और मुझे विश्वास दिला सकता है कि मैं कुछ असंभव कर सकता हूं. इसलिए मुझे लगता है कि स्पष्टता पर ध्यान केंद्रित करना बेहतर है. मैं उस पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहा हूं.”