भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर और विश्वकप विजेता टीम के हिस्सा रहे युवराज सिंह को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल शबनम सिंह को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर युवराज की मां से 40 लाख रुपये की मांग की थी. पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला को 5 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.आरोपी महिला की पहचान हेमा कौशिक उर्फ डिम्पी के रूप में हुई है. बताया गया है कि युवराज के छोटे भाई जोरावर सिंह हैं. उनके लिए इस आरोपी महिला हेमा को बतौर केयरटेकर रखा गया था. मगर 20 दिन में ही उसे नौकरी से निकाल दिया गया था.
झूठे केस में फंसाने की धमकी दे पैसा एंठने की कोशिश
युवराज सिंह परिवार के तरफ से पुलिस को दी गई शिकायत में कहा गया कि अपने बेटे जोरावर की देखरेख के लिए एक महिला केअर टेकर को काम पर रखा था. मगर उसका व्यवहार और हरकतें ठीक ना होने के कारण उसे काम से हटा दिया था. काम से हटाने के बाद हेमा ने उनके परिवार और बेटे जोरावर को झूठे केस में फंसाने की धमकी थी. साथ ही इमेज खराब करने की धमकी देकर 40 लाख रुपयों की मांग भी की.
प्रोफेशनल न होने की वजह से हेमा को निकाला
हेमा को काम से निकालने के पीछे कारण बताया था कि वो प्रोफेशनल नहीं थी. साथ ही जोरावर सिंह को अपने जाल में फंसा रही थी. शबनम सिंह ने शिकायत में कहा कि मई 2023 में हेमा उर्फ डिंपी ने उन्हें वॉट्सएप मैसेज और कॉल करना शुरू किया था. जिसमें उसने धमकी दी कि वो इनके परिवार को झूठे केस में फंसाकर बदनाम कर देगी. इसके एवज में हेमा ने 40 लाख रुपय की मांग की थी.
परिवार को बदनाम करने की दी थी धमकी
19 जुलाई को हेमा कौशिक ने वॉट्सएप मैसेज कर धमकी दी कि वो 23 जुलाई को केस दर्ज करा देगी. इसके बाद पूरे परिवार की बदनामी हो जाएगी. शबनम ने हेमा को कहा कि रकम काफी बड़ी है और इसे इकट्ठा करने के लिए समय मांगा गया. सोमवार तक 5 लाख रुपये देने की बात तय हुई, लेकिन मंगलवार पर टाल दिया गया. मंगलवार को जब आरोपी युवती हेमा 5 लाख रुपये लेने पहुंची तो पुलिस ने उसे रंगेहाथ अरेस्ट कर लिया. डीएलएफ फेज-1 थाना में अवैध वसूली की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. युवती को बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया.