पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सईद अजमल ने साल 2011 में खेले गए विश्व कप में भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर के खिलाफ चर्चा में रहे एक निर्णय के बारे में बड़ा खुलासा किया है. यह मैच मोहली में खेला गया था. और यह घटना तब घटी, जब सचिन तेंदुलकर 23 पर खेल रहे थे. इसी समय सईद की एक गेंद तब सचिन के पैड पर लगी, जब वह स्टंप्स के बिल्कुल सामने थे. जोरदार अपील हुई, तो अपायर इयान गोल्ड ने तुरंत ही उंगली उठा दी. तेंदुलकर ने रिव्यू लिया, तो गेंद लेग स्टंप मिस कर रही थी. और इस बात ने सचिन तेंदुलकर को आगे की पारी खेलने का मौका दिया. अब इस घटना के 12 साल बाद सईद अजमल ने यह आरोप लगाकर हड़कंप मचा दिया है कि इस रिप्ले के आखिरी दो फ्रेम काट दिए गए, जिससे सचिन को बचाया जा सके.
अजमल ने पाकिस्तान में एक पोडकास्ट में बातचीत में कहा कि मैं भारत में हुए साल 2011 विश्व कप में खेला. उन्होंने कहा कि अगर आप उस विकेट को याद करते हैं, तो मैं कहूंगा कि अंपायर और मैं अभी भी यह कहते हैं कि सचिन आउट थे. “उन्होंने” वीडियो के आखिरी दो फ्रेम काट दिए गए, जिससे बॉल लेग स्टंप मिस कर सके. अगर ये दोनों फ्रेम दिखाए जाते, तो गेंद सीधा मिड्ल स्टंप से टकराती.
इस फैसले का असर यह हुआ
सचिन का रिव्यू से बचने का असर यह रहा कि सचिन तेंदुलकर ने 23 रन निजी योग पर बचने के बाद 115 गेंदों पर 85 रन बनाए. और उनकी पारी भारत की जीत में बहुत ही अहम रही. भारत ने अच्छा स्कोर खड़ा करते हुए पाकिस्तान को 29 रन से हराकर फाइनल में प्रवेश किया. भारत ने कोटे के 50 ओवरो में 9 विकेट पर 260 रन बनाए थे. जवाब में पाकिस्तान की टीम 231 पर ऑलआउट हो गई. यह विश्व कप का 2011 का साल अजमल के करियर का सर्वश्रेष्ठ साल था. वह टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. इस साल अजमल ने 8 मैचों में 50 विकेट चटकाए.