भारत ने रांची में चल रहे चौथे टेस्ट में इंग्लैंड को 5 विकेट से करारी शिकस्त देकर सीरीज पर अजय बढत बना ली है. युवा खिलाडी के साथ खेल रही भारतीय टीम को इस मुकाबले से कई हीरो भी मिले तो वहीं रोहित की कप्तानी की तारीफ भी खूब हो रही है, लेकिन कुछ ऐसा है, जो रोहित को परेशान कर रहा है. जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित ने इस बारे में खुलकर बयान भी दिया. रोहित शर्मा ने सीरीज जीतने पर पर्याप्त मान्यता नहीं मिलने और हार की स्थिति में पूरी ताकत से टीम के पीछे पड़ने की आलोचकों की प्रवृत्ति पर अफसोस जताया. रोहित ने स्थल, विरोधियों या परिस्थितियों के बारे में सोचे बिना टेस्ट श्रृंखला जीतने के महत्व पर जोर दिया.
रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘स्वदेश में और विदेश में, आप दोनों के बीच अंतर कर सकते हैं, लेकिन अगर आप स्वदेश में जीतते हैं तो इसके बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती है. यह ऐसा है जैसे ‘अरे नहीं, भारत को घर पर जीतना ही चाहिए’.’ उन्होंने कहा, ‘हर श्रृंखला जीतना महतवपूर्ण होता है. चाहे आप किसी भी टीम के खिलाफ खेलें. जब भी आप खेलें, टेस्ट श्रृंखला जीतना ही होता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस देश या किन परिस्थितियों में खेल रहे हैं.’
घरेलू सरजमीं पर एक और श्रृंखला जीतने के बाद रोहित इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि शानदार प्रदर्शन के बाद वनडे विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों दिल तोड़ने वाली हार की भरपाई हो जाएगी. उन्होंने कहा, ‘यह कठिन है. पांच मैचों की श्रृंखला खेलना आसान नहीं है. यही तो टेस्ट क्रिकेट है. आप अपना रास्ता ढूंढते हैं, लड़ते रहिए, आप चाहे किसी भी प्रतिस्पर्धा का सामना करें, बल्ले से या गेंद से, आपको पांच से सात सप्ताह की अवधि में लगातार ऐसा करना होगा.’
रोहित ने कहा, ‘यह काफी सुखद है, लेकिन फिर मैं विश्व कप और इस श्रृंखला की जीत की तुलना नहीं करना चाहता क्योंकि दोनों अलग-अलग प्रारूप हैं, लेकिन मैं इस परिणाम से काफी खुश हूं.’ वहीं, श्रृंखला जीतने के बाद भारत तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का ब्रेक बढ़ सकता है. रोहित ने अपने मुख्य तेज गेंदबाज के बारे में कहा, ‘मुझे कोई जानकारी नहीं है. हमने बैठकर चर्चा नहीं की है.’ बुमराह को कार्यभार प्रबंधन के तहत चौथे टेस्ट से आराम दिया गया था.
रोहित ने उच्चतम स्तर पर धैर्य और जज्बा दिखाने के लिए यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान और आकाश दीप जैसे युवाओं की प्रशंसा की. भारतीय कप्तान ने कहा, ‘ये लोग आए हैं और उन्होंने अपना काम बखूबी किया है. उन्होंने जिम्मेदारी बखूबी निभाई है और मेरा मतलब है कि अनुभवहीन खिलाड़ियों के साथ इस तरह के प्रदर्शन से आप काफी गर्व महसूस कर सकते हैं.’ चौथे दिन के चुनौतीपूर्ण विकेट पर 192 रन का पीछा करते हुए रोहित के 55 रन पर आउट होने के बाद गिल और जुरेल ने 72 रन की अटूट साझेदारी के साथ भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया.