उज्जैन में फर्नीचर निर्माता के आत्मदाह करने का खबर सामने आया है. करीब 80% झुलसने के चलते उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।मामला रविवार दोपहर माधवनगर थाना क्षेत्र के शिवाजी पार्क इलाके का है. यहां फर्नीचर बनाने वाले राजेंद्र शर्मा ने पारिवारिक विवाद में खुद को आग लगा ली थी. गंभीर रूप से झुलसने पर उसे तत्काल चरक अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए इंदौर रेफर कर दिया गया. इंदौर में इलाज के दौरान उसने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया। मौत होने से पहले राजेंद्र ने पुलिस को बताया- मेरी पत्नी और बेटी को शिप्रा विहार निवासी संतोष कुमार अपने साथ ले गया है। इसी के चलते मैंने यह कदम उठाया है. राजेंद्र पत्नी-बेटी को लेने अपने बहनोई संतोष के घर आया था। यहां खुद को आग लगा ली।राजेंद्र जलती हालत में ही बहनोई संतोष शर्मा के घर में घुस गया.

राजेंद्र शर्मा की बेटी माही ने कहा- पिता शराब पीते थे। सट्टा भी खेलते थे. इसके लिए हमसे पैसे मांगते थे, नहीं देने पर मम्मी और हम तीनों बहनों से मारपीट करते थे। 22 अक्टूबर को उन्होंने मुझे और मां को घर से बाहर निकाल दिया था. जिसके बाद हम लोग शिवाजी पार्क में रहने वाले फूफा जी संतोष शर्मा के घर पर रहने आ गए थे. रविवार को पिता हमको लेने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने घर के बाहर हंगामा किया। जब हम उन्हें रोकने आए तो उन्होंने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली. उन्होंने मेरे पति और फूफा जी पर जो आरोप लगाए हैं, वे गलत है।सीएसपी दीपिका शिंदे ने कहा- राजेंद्र की बेटी माही से बातचीत करने पर जानकारी मिली है कि उसके पिता, मां के साथ आए दिन विवाद और मारपीट करते थे.

माही अपने पति मोंटी के साथ अलग रहती है जबकि उसकी बहन मां के साथ अलग रहती है. राजेंद्र के भाई अजय ने रविवार को कहा था- भाई परिवार के साथ नागझिरी में सनराइज सिटी में रहता था. उसका पत्नी ज्योति से लंबे समय से विवाद चल रहा था.इस संबंध में नागझिरी थाने में शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की. आज उसे पत्नी ज्योति, दामाद मोंटी, रिश्तेदार संतोष शर्मा ने जला दिया.

