लैंड फॉर जॉब यानि सरकारी नौकरी में नियुक्तियां के बदले जमीन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार के पूर्व सीएम और तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू प्रसाद यादव और उसके परिवार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लालू परिवार की 6 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार कथित ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले की जांच के घेरे में है. सीबीआई की टीम ने लालू परिवार के कई सदस्यों से इस मामले में पूछताछ की है.
वहीं लालू प्रसाद के परिवार का कहना है कि राजनीतिक साजिश के तहत ‘जमीन के बदले नौकरी’ मामले को एक बार फिर से उठाया गया है. सीबीआई पहले दो बार इस केस में जांच कर चुकी है और उसे कोई साक्ष्य नहीं मिला था. इसके बाद सीबीआई ने केस को बंद कर दिया था. फिर अब सीबीआई फिर इस मामले में पूछताछ कर क्या जानना चाह रही है.
गौरतलब है कि ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में मई महीने में सीबीआई की टीम ने देशभर में 9 जगहों पर छापेमारी की थी. सीबीआई ने पटना, आरा, भोजपुर, दिल्ली और गुरुग्राम में रेड मारा था. बिहार के पूर्व मंत्री प्रेमचंद गुप्ता के ठिकानों पर भी सीबीआई की तरफ से छापेमारी की गई थी. साथ ही आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के करीबी विधायक किरण देवी के पटना और आरा के घर पर भी सीबीआई ने दबिश दी थी.
क्या है मामला?
लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को कथित तौर उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में की गई नियुक्तियों से जुड़ा है. इसे लेकर सीबीआई भी जांच कर रही है. सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि भारतीय रेलवे के निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्तियां की गईं थी