दिल्ली एनसीआर में बारिश और बाढ़ के बाद कई तरह की स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ रहा है और कई तरह के संक्रामक रोग भी लोगों को हो रहा है. दिल्ली एम्स में पिछले पांच दिनों से हर दिन 100 से ज्यादा मरीज कंजक्टिवाइटिस जिसे आई फ्लू भी कहा जाता है के पहुंच रहे हैं.
क्या है ‘आई फ्लू’ ?
कंजक्टिवाइटिस या आई फ्लू एक ऐसी बीमारी है जो तेजी से स्प्रेड करता है. यह एक वायरल इन्फेक्शन है. कभी कभी बैक्टिरियल इन्फेक्शन भी इस पर सुपर ऐडेड हो सकता है. इसकी वजह से आंख से काफी डिस्चार्ज, पलकों में सूजन तक आती है. ये बीमारी सेल्फ लिमिटिंग है. अपने आप दो हफ्ते में ठीक हो जाती है. कॉर्निया जब इन्वॉल्व होता है तब इसका इलाज लंबा चलता है. दिल्ली ही नहीं पूरे नॉर्थ इंडिया में इसका प्रभाव देखने को मिलता है.
आई फ्लू होने पर क्या करें?
रिपोर्ट की माने तो हर तीसरे आदमी को इसका इन्फेक्शन हो रहा है. यह समस्या बारिश के सीजन खत्म होने पर खत्म हो जाएगा. डॉक्टरों ने इससे बचने के लिए लोगों को आगाह किया कि खुद से दवाई शुरू न करें. नजर कम हो रही है तो जांच कराएं. उन्होंने कहा कि लाली कम करने के लिए स्टीरॉयड यूज कर लेते हैं तो आगे जाकर दिक्कत आती है. सावधानी बहुत जरूरी जिससे बीमारी न फैले. आंखों पर चश्मा, अपने टॉवेल, रुमाल अलग रखें, बेडशीट अलग रखें.
इस समय जब संक्रमण फैल रहा है तो लोगों से हाथ मिलाने से बचें. यह बच्चों में अधिक हो रहा है. स्विमिंग बिलकुल न करें, यहां से इन्फेक्शन फैल सकता है. हफ्ते से दो हफ्ते में ठीक हो जाता है. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी ले सकते हैं.