एशिया कप में भारत की खिताबी जीत के बाद अब टीम का फोकस शुक्रवार से शुरू होने वाली भारत vs ऑस्ट्रेलिया सीरीज पर हो चला है. और इसमें भी सबसे ज्यादा चर्चा ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को लेकर है. एक बड़ा वर्ग ऑफ स्पिनर के पास पर्याप्त मैच फिटनेस न होने को लेकर चिंता भी जता रहा है, तो कप्तान रोहित ने साफ कर दिया है कि वरिष्ठ स्पिनर के पास समय की कमी का होना टीम के लिए चिंता की बात नहीं है. अश्विन ने अपना आखिरी वनडे मुकाबला जनवरी 2022 में खेला था. अश्विन ने आखिरी वनडे मुकाबला साल 2022 में खेला था. पिछले दिनों अक्षर पटेल को लगी चोट ने अश्विन और वॉशिंगटन सुंदर के लिए टीम में रास्ता खोल दिया. अगर अक्षर फिटनेस टेस्ट पास करने में विफल रहते हैं, तो अश्विन या वॉशिंगटन में से किसी एक को टीम में जगह मिल सकती है.
घोषित इस टीम पर पूर्व विकेटकीपर और सेलेक्टर की भूमिका में रहे सबा करीम ने जियो टीवी पर अश्विन की वापसी का स्वागत करत हुए कहा कि यह ऑफी मैच विजेता गेंदबाज हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कप्तान रोहित शर्मा, अश्विन को एक मैच विजेता गेंदबाज के रूप में देखते हैं. और वह व्हाइट-बॉल में अपनी टीम की एप्रोच को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट हैं.
उन्होंने कहा कि अब जबकि World Cup 2023 नजदीक है, तो रोहित वनडे क्रिकेट के आयामों को अच्छी तरह समझते हैं. वह जानते हैं कि उन्हें आक्रामक मनोदशा वाले खिलाड़ियों को टीम में रखना होगा.
करीम बोले कि वह जानते हैं कि भारतीय गेंदबाजी में उपलब्ध छह में से पांच बॉलरों में कम से कम पांच का विकेट चटकाऊ गेंदबाज का होना अनिवार्य है. और अगर अश्विन उनकी इलेवन में होते हैं, इसका मतलब आक्रामक विकल्प उपलब्ध रहेगा. उन्होंने कहा कि अगर आप रिजर्व कोटे में उपलब्ध खिलाड़ियों की ओर देखोगे, तो वे सभी खिलाड़ी आक्रामक मनोदशा रखते हैं. इसीलिए मैं सोचता हूं कि रोहित अपनी आक्रामक रवैये को जारी रखना चाहते. और यह पहलू एशिया कप में खेली भारतीय टीम में साफ दिखाई पड़ा.